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cover art for एनएल चर्चा 267: कर्नाटक में कांग्रेस की जीत और धार्मिक आजादी पर यूएस की रिपोर्ट

NL Charcha

एनएल चर्चा 267: कर्नाटक में कांग्रेस की जीत और धार्मिक आजादी पर यूएस की रिपोर्ट

इस हफ्ते चर्चा में बातचीत के मुख्य विषय कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत, यूएस कांग्रेस में धार्मिक आजादी पर रिपोर्ट, एनसीबी के पूर्व अफसर समीर वानखेड़े पर एफआईआर, भाजपा नेता किरण रिजिजू को केंद्रीय कानून मंत्री के पद से हटाकर अर्थ साइंस मंत्रालय दिया जाना, सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट में अडाणी ग्रुप और सेबी द्वारा किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं पाया जाना, पंजाब के संगरूर की जिला अदालत द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे को 100 करोड़ रूपए के मानहानि मामले में समन करना, एडीआर की इलेक्टोरल बॉन्ड पर रिपोर्ट, महाराष्ट्र के अकोला में फिल्म द केरला स्टोरी को लेकर बहस के बाद हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत, विश्व मौसम संस्था की धरती के तापमान बढ़ने को लेकर जारी की गई रिपोर्ट आदि रहे. चर्चा में इस हफ्ते बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार सबा नकवी, वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी और न्यूज़लॉन्ड्री के सह-संपादक शार्दूल कात्यायन शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के कार्यकारी संपादक अतुल चौरसिया ने किया.


टाइम कोड्स:


00:00:00 - 00:09:50 - इंट्रो व हेडलाइंस 

00:09:50 - 00:54:15 - कर्नाटक चुनाव 

00:54:21 - 01:03:00 - यूएस कांग्रेस में धार्मिक आजादी पर रिपोर्ट

01:03:01 -  01:11:00 - सब्सक्राइबर्स के मेल 

01:11:01- 01:19:45 - समीर वानखेड़े पर एफआईआर 01:19:50 - जरूरी सूचना व सलाह और सुझाव


पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए


सबा नक़वी वेब सीरीज - फौदा 


हृदयेश जोशी

रस्किन बॉन्ड की किताब - रूम ऑन द रूफ 


अतुल चौरसिया

प्रतीक गोयल की रिपोर्ट - हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के करीबी का कारनामा, 70 दिन और 75 लाख में करोड़ों की ज़मीन अपने नाम की


शार्दूल कात्यायन 

न्यूज़लॉन्ड्री का पॉडकास्ट -माइंड की बात 

यूट्यूब वीडियो - मैथ्स फंडामेंटल फ्लॉ


ट्रांस्क्राइबः तस्नीम फातिमा 

प्रोड्यूसरः चंचल गुप्ता 

एडिटर: उमराव सिंह 




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  • एनएल चर्चा 324: एनसीईआरटी का ‘इतिहास बदलने’ का प्रयास और चुनावों के बाद फिर लौटा ‘बुलडोजर राज’

    01:56:28
    इस हफ्ते एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम में बदलाव और मध्यप्रदेश में ग्यारह घरों पर चले बुलडोज़र को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा इस हफ्ते की प्रमुख ख़बरों में अरविंद केजरीवाल को ज़मानत मिलने के बाद दिल्ली हाईकोर्ट से ज़मानत पर रोक, नेट का पर्चा लीक होने के बाद परीक्षा की गई रद्द, वर्क परमिट रिन्यू नहीं होने के चलते फ़्रांसिसी पत्रकार को 13 साल भारत में पत्रकारिता करने के बाद छोड़ना पड़ा देश, राहुल गांधी ने वायनाड लोकसभा से दिया इस्तीफ़ा और भीषण गर्मी के चलते दिल्ली में करीब 400 मौतें और बिजली की मांग ने तोड़े कई रिकॉर्ड आदि शामिल इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, एसोसिएट प्रोफेसर और यूट्यूबर रविकांत किसाना और वरिष्ठ पत्रकार कल्पना शर्मा शामिल हुईं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सीनियर रिपोर्टर प्रतीक गोयल और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “बारहवीं की किताब में अयोध्या से जुड़े पाठ को और ग्यारहवीं की किताब में माइनॉरिटी अपीज़मेंट से जुड़े खंड में बदलाव किया गया है.” रविकांत से सवाल करते हुए अतुल कहते हैं “यह पूरा विवाद क्या है जिस पर योगेंद्र यादव ने टिप्पणी की है?”रविकांत जवाब देते हुए कहते हैं, “एनसीईआरटी की किताबों में बदलाव का मुद्दा कोई नया नहीं है और यह बहुत समय से हो रहा है और आगे भी होगा, अभी जो मुद्दा है कि पोलिटिकल साइंस की किताबों में बदलाव किया गया है, जिसमें बाबरी और अयोध्या से जुड़े खंड में बदलाव किया है, मेरे लिए बतौर शिक्षक इस बदलाव से ज़्यादा इसके पीछे का जो कारण बताया गया है, वह समस्या पैदा करने वाला है.”सुनिए पूरी चर्चा - टाइम कोड्स00 - 04:04 - इंट्रो 04:04 - 16:53 - सुर्खियां16:53 - 18:26 - ज़रूरी सूचना 18:27 - 1:02:18 - एनसीईआरटी की किताबों के पाठ्यक्रम में बदलाव 1:02:25 - 1:19:52 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 1:19:52 - मध्यप्रदेश में चुनावों के बाद फिर लौटा ‘बुलडोजर राज’1:49:20 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएरविकांत नरेंद्र मोदी की किताब एग्जाम वॉरियर्स कल्पना शर्मा हरिशंकर परसाई का निबंध - भक्त से भेंट डॉक्यूमेंट्री - प्रिटेंड इट्स अ सिटी द गार्डियन पर ओलिवर बर्कमैन का कॉलम हृदयेश जोशी कान्त की मोरल थ्योरी अतुल चौरसिया कॉमिक पत्रिका - कश्मीर की कहानी विकास जांगड़ा मोनू मानेसर पर न्यूज़लॉन्ड्री की डॉक्यूमेंट्र सीजेपी का गौहत्या कानूनों पर लेख ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा  प्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार एडिटिंग: उमराव सिंह, हसन बिलाल
  • एनएल चर्चा 323: नीट परीक्षा का विवाद और जम्मू में आतंकी हमलों की बाढ़

    01:30:31
    इस हफ्ते नीट यूजी के पेपर लीक और जम्मू कश्मीर में हुई आतंकवादी घटनाओं को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा इस हफ्ते की प्रमुख ख़बरों में नरेंद्र मोदी की तीसरी बार सरकार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा लाल किले पर हमले के मामले में लश्कर-ए-तैय्यबा के आतंकवादी मोहम्मद आरिफ की दया याचिका ख़ारिज, उड़ीसा में पहली बार बनने जा रही बीजेपी सरकार, चंद्रबाबू नायडू ने ली आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री की शपथ, आरएसएस प्रमुख और एक अन्य नेता का मौजूदा सरकार और बीजेपी को लेकर बयान, आरएसएस के नेता शांतनु सिन्हा ने बीजेपी आईटी प्रमुख अमित मालवीय पर लगाए यौन उत्पीड़न के आरोप और अरुणाचल प्रदेश में चीन ने कई गांवों के नामों में किया बदलाव, जिसके बाद भारत सरकार का तिब्बत में 30 जगहों के नाम बदलने को लेकर विचार आदि शामिल रहीं.इस हफ्ते चर्चा में इंडियन एक्सप्रेस की सीनियर सब एडिटर दीक्षा टेरी, जम्मू से वरिष्ठ पत्रकार ज़फर चौधरी और एमबीबीएस डॉक्टर व आरटीआई एक्टिविस्ट विवेक पाण्डे शामिल हुए . इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रमुख संपादक रमन किरपाल ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “पटना में इस मामले को लेकर एक एफआईआर दर्ज हुई थी, जो जांच का विषय है. इस बार के जो नतीजे हैं, उसमें पहली बार कुछ अलग आंकड़े आए हैं, 67 छात्रों ने 720 नंबरों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया है. 2023 में केवल 2 और 2022 में केवल 1 छात्र ने यह कीर्तिमान स्थापित किया था. यह बहुत सारे सवाल खड़े करता है.”इस मामले में अपनी बात रखते हुए दीक्षा कहती हैं, “इस बार 23 लाख से ऊपर बच्चों ने रजिस्टर किया और 22 लाख बच्चे पास हुआ हैं. एनटीए का कहना है कि पेपर आसान था. हालांकि, पेपर इतना भी आसान नहीं था कि सीधे 67 बच्चे टॉप करेसुनिए पूरी चर्चा - टाइम कोड्स00:00 - 03:20 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:20 - 08:45 - सुर्खियां11:30 - 56:03 - नीट पेपर लीक विवाद 56:04 - 1:21:45 - जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाएं 1:21:45 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएदीक्षा टेरीवरुण ग्रोवर की फिल्म ऑल इंडिया रैंक विवेक पांडे कोटा में तैयारी करने वाले छात्रों पर डॉक्यूमेंट्री   ज़फर चौधर रोबर्ट डी कैप्लन की किताब द ट्रैजिक माइंड डिस्पैच पर लेख - नोट्स फ्रॉम माई लास्ट डायरी रमन किरपाल  द हिन्दू का लेख - द नीट शीटर्स न्यूज़लॉन्ड्री पर डॉक्यूमेंट्री -यूट्यूब की दुनिया के बहसबाज़ अतुल चौरसिया न्यूज़लॉन्ड्री पर डॉक्यूमेंट्री -यूट्यूब की दुनिया के बहसबाज़नेटफ्लिक्स पर डॉक्यूमेंट्री -हिटलर एंड द नाज़ीज ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा  प्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार एडिटिंग: उमराव सिंह, हसन बिलाल
  • एनएल चर्चा 322: एग्जिट पोल का ढोल और गठबंधन के बंधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

    02:09:25
    इस हफ्ते आम चुनावों के नतीजों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. चर्चा के प्रमुख विषय इन चुनावों में समाजवादी पार्टी का उत्तर प्रदेश में बेहतरीन प्रदर्शन, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस, और तमिलनाडु में मद्रास हाई कोर्ट ने सभी ट्रांसजेंडर्स को समस्तरीय रूप से आरक्षण देने का दिया आदेश आदि रहेइस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार अनीता कात्याल और हृदयेश जोशी शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिनंदन सेखरी, स्तंभकार आनंद वर्धन और शार्दूल कात्यायन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “गठबंधन के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई सरकार बनने वाली है. मुसलमानों को आरक्षण देने की बात करने वाली तेलगु देशम पार्टी हो, तो क्या नरेंद्र मोदी की राह इतनी आसान होने वाली है?” इस विषय पर अपने विचार रखते हुए हृदयेश कहते हैं, “यह एक वास्तविकता है कि बीजेपी के पास बहुमत नहीं है लेकिन उनके पास इतनी ज़्यादा सीटें हैं कि वह बहुत ज़्यादा परेशान नहीं होंगे जैसे कि कांग्रेस की सरकार जो यूपीए 2 थी उसमें 206 सीटें थीं और यूपीए वन में लेफ्ट का 60 सीटों का ब्लॉक था.”सुनिए पूरी चर्चा - टाइम कोड्स00 - 03:15 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:15 - 11:30 - सुर्खियां11:30 - 48:22 - एनडीए सरकार की चुनौतियां 46:22 - 1:14:40 - असफल एग्जिट पोल्स और मार्केट पर असर 1:34:15 - 1:46:15 - बहुजन समाज पार्टी और मायावती का पतन 1:46:15 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएअनीता कात्यालड्रामा सीरीज अ जेंटलमैन इन मास्को और द टैलेंटेड मिस्टर रिप्ली हृदयेश जोशी फ्रांज़ काफ्का की बायोग्राफी काहिंदी अनुवाद अभिनन्दन सेखरी एनडीए की पार्लियामेंट्री मीट आनंद वर्धन त्रिपुर्दमन सिंह की किताब - सिक्सटीन स्टॉर्मी डेज शार्दूल कात्यायनन्यूज़लॉन्ड्री को सब्सक्राइ करें पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी का इंटरव्यू अतुल चौरसिया सोहन लाल द्विवेदी की कविता - कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती न्यूज़लॉन्ड्री की लाइव इलेक्शन रिजल्ट्स कवरेज ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा  प्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार एडिटिंग: उमराव सिंह
  • एनएल चर्चा 321: आसमान से बरसती जानलेवा आग और सातवें चरण का चुनाव

    01:42:03
    इस हफ्ते जानलेवा होती जा रही गर्मी और सातवें चरण के चुनावों को लेकर चर्चा हुई. चर्चा के प्रमुख विषय गुजरात के एक गेम जोन और दिल्ली में बच्चों के एक अस्पताल में लगी आग, सेक्स स्कैंडल केस में प्रज्ज्वल रेवन्ना गिरफ्तार, और पूर्वोत्तर भारत में रीमल नामी चक्रवाती तूफ़ान से आई तबाही के अलावा भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह के गाड़ियों के क़ाफ़िले से 2 लोगों की मौत आदि रहइस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा, तमल साहा और सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट के लीड कंसलटेंट अविकल सोमवंशी शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रधान संपादक रमन किरपाल और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन शार्दूल कात्यायन ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए शार्दूल कहते हैं, “मैंने व्यक्तिगत तौर पर यह महसूस किया है कि इस बार गर्मी में खास बात यह है कि रात को भी तापमान नीचे नहीं जा रहा. इसके पीछे कारण क्या हैं?”अविकल इस सवाल के जवाब में कहते हैं, “मैंने भारत के 6 महानगरों का पिछले 20 सालों का डाटा देखा. जिसमें यह काफी स्पष्ट रूप से नज़र आ रहा है कि सदी की शुरुआत में दिल्ली में दिन के मुक़ाबले रात को तापमान 12 से 14 डिग्री नीचे होता था लेकिन पिछले दो सालों से यह बस 8 या 9 डिग्री जा रहा है. यह खतरनाक भी है. इससे इंसान की काम करने की क्षमता भी प्रभावित हो रही है. एक रिपोर्ट के अनुसार रात की गर्मी दिन की गर्मी से ज़्यादा खतरनाक है.सुनिए पूरी चर्चा -टाइम कोड्स00 - 02:45 - इंट्रो और जरूरी सूचना02:45 - 11:30 - सुर्खियां11:30 - 46:22 - जानलेवा होती गर्मी 46:22 - 1:28:40 - सातवें चरण का चुनाव  1:28:40 - 1:23:15 - सब्सक्राइबर्स के पत्र  1:36:15 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएस्मिता शर्मा  स्वतंत्र मीडिया को सहयोग देंरेड माइक चैनल पैर सौरभ शुक्ला की रिपोर्ट्स   अविकल सोमवंशी  सेंटर फॉर साइंस की हीट वेव पर रिपोर्ट तमल साहा न्यूज़लॉन्ड्री की चुनावी कवरेज तमल साहा की न्यूज़ वेबसाइट न्यूज़ द ट्र विकास जांगड़ वेब सीरीज : लॉ एंड आर्डर मुग़ले आज़म का गीततेरी महफ़िल में क़िस्मत आज़मा कर हम भी देखेंगेरमन किरपाल न्यूज़लॉन्ड्री के रिपोर्टरबसंत कुमार की चुनावी कवरेज   इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट : व्हेन अ  वेडिंग काल्ड ऑफ ओवर अ किसवेब सीरीज: स्कूल ऑफ़ लाइज शार्दूल कात्यायनवेब सीरीज : फॉल आउट फिल्म: जाने भी दो यारों बीबीसी की रिपोर्ट: क्लाइमेट चेंज ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा  प्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: उमराव सिंह
  • एनएल चर्चा 320: पुणे सड़क हादसा, छठे फेज़ का मतदान और चुनावी सरगर्मी

    01:28:04
    इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय लोकसभा चुनावों की सरगर्मी और पुणे में हुआ सड़क हादसा रहे. इसके अलावा हफ्तेभर में चुनाव आयोग द्वारा फिर देरी से जारी किए गए पांचवे चरण के मतदान के आंकड़ों और सुप्रीम कोर्ट में इसे लेकर हो रही सुनवाई, स्वाति मालीवाल के आरोप के बाद विभव कुमार की गिरफ्तारी, फर्रुखाबाद के वायरल वीडियो के बाद ईवीएम पर आठ वोट डालने के आरोप में भाजपा नेता के बेटे की गिरफ़्तारी, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत, जम्मू कश्मीर में भाजपा से जुड़े पूर्व सरपंच की गोली मारकर हत्या, उत्तर भारत के राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप और सिंगापुर में टर्बुलेन्स में जहाज़ फंसने के कारण एक व्यक्ति की मौत आदि सुर्खियों ने भी चर्चा बटोरी.इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी और नदीम इनामदार शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से आनंद वर्धन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन शार्दूल कात्यायन ने किया.पुणे में हुई रैश ड्राइविंग की घटना से चर्चा की शुरुआत करते हुए शार्दूल कहते हैं, “घटना के बाद नाबालिग को ज़मानत मिल गई लेकिन लोगों में उठे आक्रोश के बाद नाबालिग के पिता को गिरफ्तार किया गया और दादा के भी अंडरवर्ल्ड से संबंध नज़र आए. ऐसी घटनाओं को कवर करने वाले पत्रकारों का मानना है कि इसमें ज़्यादा कुछ नहीं होगा क्योंकि हमारा क़ानून इसमें सख्ती से सजा नहीं देता.”इस विषय पर टिपण्णी करते हुए हृदयेश कहते हैं, “शराब पीकर गाड़ी चलाने को हमारे देश में गंभीरता की काफी कमी है जबकि विदेशों में इस लेकर सख़्त नियम बनाए गए हैं. यहां शराब पीकर गाड़ी चलाना शोर मचाना यह एक फैशन है. इसमें सिर्फ कार ड्राइवर्स नहीं हैं बस और ट्रक ड्राइवर्स के लिए भी यह एक सामान्य बात है.”चर्चा में छठे चरण के मतदान के मद्देनज़र राजनीतिक मुद्दों पर भी विस्तार से बातचीत हुई-सुनिए पूरी चर्चा -टाइम कोड्स00 - 03:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:02 - 08:00 - सुर्खियां08:00 - 34:50 - पुणे कर हादसा 34:50 - 43:22 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 43:22 - 1:23:15 - लोकसभा चुनाव और चुनाव आयोग 1:23:15 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएहृदयेश जोशी न्यूज़लॉन्ड्री और द न्यूज़ मिनट कचुनावी कवरेज आनंद वर्धन प्रणय रॉय और दोराब सुपारीवाला की किताब- वर्डिक्ट विकास जांगड़ा नेटफ्लिक्स पर स्कूप डाक्यूमेंट्रीहरियाणा से बसंत कुमार की रिपोर्ट  शार्दूल कात्यायनलल्लनटॉप की कन्नौज से रिपोर्टफिल्म: लॉ अबाइडिंग सिटिज़  ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा  प्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: उमराव सिंह
  • एनएल चर्चा 319: मुंबई होर्डिंग हादसा, स्वाति मालीवाल विवाद और मोदी का हिंदू-मुस्लिम संकट

    01:30:11
    इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इंटरव्यू में दावा करना कि वो कभी हिन्दू-मुसलमान यानि सांप्रदायिक बातें नहीं करते, आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल का आरोप कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर उनके साथ हुई अभद्रता आदि रहे. इसके अलावा मुंबई में 13 मई को होर्डिंग गिरने से हुआ हादसा पर भी विस्तार से बात हुई.  इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा और यूट्यूबर सोहित मिश्रा शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रमुख संपादक रमन किरपाल और शार्दूल कात्यायन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.मुंबई में होर्डिंग गिरने से हुए हादसे से चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल सवाल करते हैं, “हमारे शहरों का इंफ्रास्ट्रक्चर ऐसा है कि कभी होर्डिंग गिर जाती है तो कभी भारी बारिश से सड़कें असुरक्षित हो जाती हैं. महानगरों में इन सभी खामियों को देखकर आगे बढ़ने की प्रवत्ति पनप रही है, उस पर कोई दूरगामी कार्रवाई क्यों नहीं की जाती?”सोहित इस मुद्दे पर अपने विचार रखते हुए कहते हैं, “बॉम्बे म्युनिसिपल कारपोरेशन (बीएमसी) का अकेले का बजट इस साल सात हज़ार करोड़ था, जो कई राज्यों के बजट से ज़्यादा है. लेकिन जब ऐसा कोई हादसा होता है तो हमने यह देखा है कि बीएमसी सबसे पहले हाथ उठा लेती है. इस केस में भी ऐसा ही हुआ क्योंकि यह ज़मीन रेलवे की थी. जैसे ही लोगों की मौत हुई बीएमसी ऑफिसियल ने कहा कि हमने तो इजाज़त दी नहीं, इजाज़त रेलवे वालों ने दी.”सुनिए पूरी चर्चा -टाइम कोड्स00 - 03:10 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:02 - 11:30 - सुर्खियां11:40 - 38:10 - मुंबई में हुआ होर्डिंग हादसा और प्रशासन की लापरवाही 38:11 - 1:03:22 - पीएम मोदी का बयान और रीढ़विहीन मीडिया  1:03:22 - 1:18:15 - स्वाति मालीवाल विवाद 1:18:49 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएसोहित मिश्रा मेहदी हसन की किताब- विन एव्री ऑर्गुमेंट स्मिता शर्मा द गार्डियन पर अमित शाह की प्रोफाइल शार्दूल कात्यायनन्यूज़लॉन्ड्री परश्रीनिवासन जैन की बृजभूषण सिंह के साथ बातचीतलल्लनटॉप की चुनावी यात्रा में कार्यक्रम - किरदार कन्नौज के  रमन किरपाल सुशील मोदी की स्मृति में इंडियन एक्सप्रेस पर उनके बेटे का लेख और न्यूज़लॉन्ड्री पर आनंदवर्धन का ले हॉट स्टार पर डाक्यूमेंट्री: लेट इट बी अतुल चौरसियाउत्तराखंड के वनों में लगी आग पर ह्रदयेश जोशी की ग्राउंड रिपोर्ट ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा  प्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: उमराव सिंह
  • एनएल चर्चा 318: संदेशखली का स्टिंग, आकाश आनंद की पदमुक्ति और चुनावी बिसात में फंसे अंबानी-अदाणी

    01:46:49
    इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तेलंगाना में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अंबानी-अडाणी का जिक्र करना, रंगभेद वाले बयान पर विवाद के बाद सैम पित्रोदा का इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना, संदेशखली घटना से जुड़ा स्टिंग सामने आना और बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा भतीजे आकाश आनंद पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटाया जाना आदि रहे.इस हफ्ते चर्चा में ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सुमित महस्कर शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से हृदयेश कुमार, स्तंभकार आनंद वर्धन और शार्दूल कात्यायन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.सुनिए पूरी चर्चा-टाइम कोड्स00 - 03:01 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:02 - 19:14 - सुर्खियां19:15 - 48:10 - प्रधानमंत्री का अंबानी-अडाणी पर निशाना और सैम पित्रोदा का इस्तीफा48:11 - 1:02:12 - संदेशखली घटना से जुड़े स्टिंग का सामने आना 1:02:13 - 1:16:15 - सब्सक्राइबर्स के पत्र1:16:16 - 1:35:13 - मायावती द्वारा आकाश आनंद को बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटाना1:35:14 - 1:46:49 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएहृदयेश जोशीकिताब- हैंडबुक ऑन क्लाइमेट चेंजआनंद वर्धनकिताब- व्हाई वी डाईसुधीर कक्कड़ की किताबें-इंटिमेट रिलेशंस और इनर वर्ल्डशार्दूल कात्यायनन्यूज़लॉन्ड्री पर पढ़िए अरावली की लप्रेमचंद की किताब- नमक का दरोगासुमित महस्करअतुल गावंडे की किताब- बीइंग मोर्टलसाई बालकृष्णन की किताब- शेअरहोल्डर्स सिटीज अतुल चौरसियान्यूज़लॉन्ड्री पर इलेक्शन से जुड़ी रिपोर्ट्स एवं इंटरव्यपढ़ें और देखेंट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधुरी प्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: उमराव सिंह
  • एनएल चर्चा 317: प्रज्जवल रेवन्ना प्रकरण और राजनीति में बढ़ता पाखंडवाद

    01:38:08
    इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय एसआईटी द्वारा 'यौन शोषण' मामले में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी करना और महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण सिंह को कैसरगंज से टिकट मिलना आदि रहे. हफ्ते की अन्य सुर्खियों में 1 मई को ई-मेल के जरिए दिल्ली-एनसीआर के करीब 50 स्कूलों में बम से उड़ाने की मिली धमकी, एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन की अदालत में कोविड टीके के ‘बहुत दुर्लभ’ दुष्प्रभाव को किया स्वीकार, तेलंगाना में कांग्रेस पर बरसते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- ‘जब तक जिंदा हूं ओबीसी, एससी और एसटी का आरक्षण मुसलमानों को नहीं देने दूंगा' आदि ख़बरें शामिल रहीं. इस हफ्ते चर्चा में लेखक एवं बीबीसी की द्विभाषी संवाददाता प्रियंका दुबे और स्वतंत्र पत्रकार काजल अय्यर शामिल हुईं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से अवधेश कुमार ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के पॉडकास्ट हैड शार्दूल कात्यायन ने किया.चर्चा की शुरुआत में 'यौन शोषण' मामले में प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किए जाने को लेकर शार्दूल सवाल करते हैं, “एक लेखिका और पत्रकार होने के नाते आप इस मामले को कैसे देख रही हैं?”इसके जवाब में काजल अय्यर कहती हैं, “ये सिर्फ सेक्स स्कैंडल का मामला नहीं है. ये एक तरह की मानसिक बीमारी है. रेवन्ना के सत्ता के अहंकार के कारण ही यह मुमकिन हो सका है. वह काफी बाहुबली परिवार से हैं. उनके दादा देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. भाजपा हमेशा परिवारवाद के खिलाफ बोलती रहती है लेकिन यहां तो परिवारवाद और अपराध दोनों है तो फिर कुछ क्यों नहीं कह रही है. राजनीति से बिल्कुल परे ये समाज के लिए एक चिंता का विषय है. किसी शक्तिशाली परिवार के एक व्यक्ति द्वारा ऐसी हरकत करने पर उसको कोई सजा नहीं होती है तो समाज में यह संदेश जाएगा कि अगर आप भी चाहें तो किसी महिला का शोषण कर सकते हैं और आप पर कोई कार्रवाई नहीं होगी क्योंकि आपके पास वीडियो है, जिससे महिला की बदनामी होने वाली हैसुनिए पूरी चर्चा-टाइम कोड्स00 - 04:47 - इंट्रो और जरूरी सूचना04:48 - 15:41 - सुर्खियां15:42 - 58:47 - 'यौन शोषण' मामले में एसआईटी का प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर 58:48 - 1:09:46 - सब्सक्राइबर्स के मेल1:09:47 - 1:34:04 - यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह की जगह उनके बेटे करण सिंह को कैसरगंज से टिकट 1:34:05 - 1:38:08 - सलाह और सुझाव पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएकाजल अय्यरहरिशंकर परसाई की किताबप्रियंका दुबेधूमिल की कविताएंनिराला की कविताएंअवधेश कुमारफिल्म- अमर सिंह चमकीलाद डिक्टेटरन्यूज़लॉन्ड्री पर इलेक्शन से जुड़ी रिपोर्ट्स एवं इंटरव्यपढ़ें और देखेंशार्दूल कात्यायनन्यूज़लॉन्ड्री पर हृदयेश जोशी कीरिपोर्टगेम- स्टेलर ब्लेडट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधुरी प्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: उमराव सिंह
  • एनएल चर्चा 316: पीएम की ‘हेट स्पीच’, इलेक्शन कमीशन की ‘चुप्पी’ और सूरत का ‘फिक्स’ चुनाव

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    इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय लोकसभा चुनाव के दौरान नेताओं की नफरती बयानबाजी, एबीसी न्यूज़ की ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार अवनी डायस का भारत सरकार पर उनके वर्क वीजा को आगे न बढ़ाए जाने का आरोप लगाते हुए देश छोड़ना और सूरत में लोकसभा चुनाव से पहले ही भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल की निर्विरोध जीत आदि रहे.इस हफ्ते चर्चा में एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया की पूर्व अध्यक्ष एवं द सिटीजन की मुख्य संपादक सीमा मुस्तफा शामिल हुईं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से रमन किरपाल, हृदयेश जोशी और स्तंभकार आनंद वर्धन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के बाद नेताओं की बयानबाजी को लेकर अतुल सवाल करते हैं, “राजस्थान के बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री मोदी का बयान सिर्फ हेट स्पीच का मसला है या फिर एक सोची समझी राजनीतिक रणनीति है?”इसके जवाब में सीमा मुस्तफा कहती हैं, “ये शुरू से ही एक सोची समझी राजनीतिक रणनीति है. ध्रुवीकरण की विचारधारा, फूट डालो और शासन करो एवं स्थिति को सांप्रदायिक रंग देने के प्रयासों को हम दस साल से देख रहे हैं. निर्वाचन क्षेत्रों से संकेत आ रहे हैं कि भाजपा के लिए स्थिति ठीक नहीं है, इसलिए प्रधानमंत्री ने ज्यादा खुलकर बात की है. बात सिर्फ चुनाव की नहीं है लेकिन जब आप चुनाव जीतने के लिए ऐसे तरीके अपनाते हैं तो इससे देश को बहुत नुकसान होता है. साथ ही असुरक्षा बढ़ती है, वो भी सिर्फ एक समुदाय के लिए नहीं बल्कि सभी के लिए.”सुनिए पूरी चर्चटाइम कोड्स00 - 02:14 - इंट्रो और जरूरी सूचना02:15 - 09:47 - सुर्खियां09:48 - 58:41 - प्रधानमंत्री का राजस्थान के बांसवाड़ा में दिया गया बयान58:42 - 1:06:56 - सब्सक्राइबर्स के मेल1:06:57 - 1:08:39 - अपील1:08:40 - 1:22:04 - ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार ने वर्क वीजा की अवधि आगे न बढ़ाए जाने का आरोप लगाते हुए भारत छोड़ 1:22:05 - 1:29:27 - सलाह और सुझापत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएसीमा मुस्तफाफिल्म- एनाटोमी ऑफ ए फॉलआनंद वर्धनकिताबें- ग्लोबलाइजेशन एंड इट्स डिस्कंटेंट्सइन डिफेंस ऑफ ग्लोबलाइजेशनहृदयेश जोशीकिताब- द प्राइस ऑफ इनईक्वैलिटीरमन किरपालदेखिए और पढ़िए इलेक्शन कवरेज से जुड़ी न्यूज़लॉन्ड्री, द न्यूज़ मिनट, मूकनायक और ईस्ट मोजो की साझा रिपोर्ट्स एवं इंटरव्यू हमवेबसाइट परशो- मैंडेट 2024एप्पल टीवी पर सीरीज- द न्यू लुकअतुल चौरसियादेखिए और पढ़िए इलेक्शन कवरेज से जुड़ी न्यूज़लॉन्ड्री, द न्यूज़ मिनट, मूकनायक और ईस्ट मोजो की साझा रिपोर्ट्स एवं इंटरव्यू हमवेबसाइएबीसी पर पॉडकास्ट सीरीज- लुकिंग फॉर मोदीट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधुरी प्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: उमराव सिंह