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NL Charcha
एनएल चर्चा 327: दिल्ली यूनिवर्सिटी में मनुस्मृति और गुजारा भत्ते पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला
इस हफ्ते सुप्रीम कोर्ट के एक महत्वपूर्ण फैसले में सीआरपीसी की धारा 125 के तहत मुस्लिम महिला को अपने पति से गुज़ारे भत्ते के लिए मिले कानूनी अधिकार पर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा मुंबई के हिट एंड रन केस और दिल्ली यूनिवर्सिटी में मनुस्मृति लागू करने के प्रस्ताव पर भी बात हुई.
हफ्ते की प्रमुख सुर्खियों में सुप्रीम कोर्ट द्वारा ईडी मामले में अरविन्द केजरीवाल को अंतरिम जमानत, जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले में कई जवानों की शहादत, लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर डबलडेकर बस की टक्कर से 18 लोगों की मौत, यूपी के शामली में नए कानून के तहत पत्रकारों की गिरफ्तारी का पहला मामला, ब्रिटेन और फ्रांस में हुए आम चुनाव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा आदि शामिल रहीं.
इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार स्मृति शर्मा, सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता नबीला जमील और वरिष्ठ पत्रकार सुधीर सूर्यवंशी शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से विकास जांगड़ा ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन अतुल चौरसिया ने कियाचर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल सवाल करते हैं, “क्या सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम महिलाओं को गुज़ारे भत्ते के इस कानून को लाने में देरी कर दी या ये कोई गैरजरूरी हस्तक्षेप है, जैसी चीजें अब तक चल रही थी वैसी चलनी चाहिए थी?”इस सवाल के जवाब में नबीला कहती हैं, “सुप्रीम कोर्ट ने न देरी कि है,न कुछ नया किया है. रिपोर्टिंग में चीजें ऐसी दिखाई दे रही है कि सुप्रीम कोर्ट ने कुछ नया क्रिएट किया है. लेकिन ये चीजें पहले से रही हैं. उन्होंने साल 1920 के जस्टिस कृष्णा अय्यर के जजमेंट के विषय में बात करते हुए कहा कि इसी जजमेंट में यह कहा गया था कि सीआरपीसी की धारा 125 के तहत एक मुस्लिम महिला अपने पति से गुजारा भत्ता मांग सकती है.”
सुनिए पूरी चर्चा -
टाइमकोड्स
00:00 - इंट्रो और ज़रूरी सूचना
00:04 - सुर्खियां
13:40 - गुजारा भत्ते के अधिकार पर बातचीत
41:34 - दिल्ली यूनिवर्सिटी में मनुस्मृति पढ़ाने का प्रस्ताव
01:01:50 - हिट एंड रन मामला
01:17:25 - सब्सक्राइबर्स के पत्र
01:24:25 - सलाह और सुझाव
पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए
नबीला
धारा 125 पर सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट
स्मिता शर्मा
सुधीर सूर्यवंशी
डी एन झा की किताब द मिथ ऑफ़ होली काउबी आर अम्बेडकर की किताब द अनटचेबल
विकास
नाटक धर्मक्षेत्र
अतुल चौरसिया
फिल्म - महाराज
संतोष सिंह की किताब - द जननायक कर्पूरी ठाकुर: वॉइस ऑफ़ द वाइसलेस
ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा
प्रोड्यूसर: प्रशांत कुमार
एडिटिंग: उमराव सिंह, सैफ़ अली इकराम
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छोटी चर्चा Episode 400
23:17|एनएल चर्चा में इस हफ्ते केंद्र सरकार द्वारा सभी भारतीयों के फ़ोन में संचार साथी एप प्री इंस्टॉल करने के आदेश, रूस के राष्ट्रपति व्लादमिर पुतिन के भारत दौरे और रुपये में हुई ऐतिहासिक गिरावट को लेकर विस्तार से बात हुई. इस बातचीत में वरिष्ठ पत्रकार अंशुमान तिवारी, कादंबिनी शर्मा और तक्षशिला इंस्टीट्यूशन के ग्रेजुएट सर्टिफिकेट इन पब्लिक पॉलिसी (टेक्नोलॉजी एंड पॉलिसी) प्रोग्राम की असिस्टेंट प्रोग्राम मैनेजर अन्वेषा सेन शामिल हुईं. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन ने चर्चा में हिस्सा लिया. न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने चर्चा का संचालन किया. सुनिए -
छोटी चर्चा Episode 399
22:52|एनएल चर्चा में इस हफ्ते कई राज्यों में जारी एसआईआर की प्रक्रिया में शामिल बीएलओ की मौतों और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पूरा होने पर धर्म ध्वजा फहराने को लेकर विस्तार से बात हुई. इस बातचीत में वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, स्वतंत्र पत्रकार पीयूष रॉय और स्निग्धेंदु भट्टाचार्य शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन, प्रमुख संपादक रमन किरपाल और स्तंभकार आनंद वर्धन ने चर्चा में हिस्सा लिया. न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने इस लाइव चर्चा का संचालन किया.सुनिए -
एनएल चर्चा 398: माओवादी कमांडर हिडमा का खात्मा, मतदान में बढ़ती महिलाओं की भागेदारी और दिल्ली ब्लास्ट के अनसुलझे सवाल
01:31:02|एनएल चर्चा में इस हफ्ते नीतीश कुमार के 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लिए जाने, 18 नवंबर को आंध्र प्रदेश में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 6 माओवादियों समेत कुख्यात माओवादी माडवी हिडमा एवं उसकी पत्नी राजे का एनकाउंटर और लाल क़िला के पास हुए ब्लास्ट के बाद श्रीनगर के नौगाम पुलिस थाने में हुए धमाके में नौ लोगों की मौत और 27 पुलिसकर्मी समेत 32 घायल होने लेकर विस्तार से बात हुई. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा राज्य विधानसभाओं में पारित विधेयकों को मंजूरी देने के संबंध में राज्यपाल एवं राष्ट्रपति के लिए अपने पूर्व के फैसले को पलटते हुए कोई समयसीमा तय नहीं करने का फैसला देना, केरल एवं पश्चिम बंगाल में एसआईआर से प्रक्रिया से जुड़े बीएलओ का आत्महत्या करना, कांग्रेस द्वारा एसआईआर के विरोध में रामलीला मैदान में धरने की घोषणा करना, उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा मोहम्मद अख़लाक़ की लिंचिंग के आरोपियों के खिलाफ सभी मुकदमे वापस लेने की अर्जी दायर करना और अंतर्राष्ट्रीय अपराध ट्रिब्यूनल द्वारा मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मृत्युदंड की सज़ा सुनाना आदि ख़बरें भी हफ्तेभर की सुर्खियों में शामिल हैं. इस बातचीत में वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखिका रूही तिवारी और हृदयेश जोशी शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से संपादकीय निदेशक मनीषा पांडे, सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, न्यूजलॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने चर्चा का संचालन किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल चौरसिया ने रूही तिवारी से उनकी किताब का संदर्भ लेते हुए पूछा कि बिहार में जिस तरह से कहा गया कि एनडीए खासकर नीतीश की सफलता के पीछे महिला केंद्रित योजनाएं हैं, और वह खुद भी बीते सालों से जाति, धर्म और परिवार के दबाव से उठकर खुदमुख्तारी से वोट कर रही हैं, ऐसे में आपकी किताब इसे कैसे देखती है? इसके जवाब में रूही कहती हैं, “साल 2014 से राष्ट्रीय स्तर पर इसकी चर्चा होती है कि महिलाएं एक वोट बैंक के तौर पर मौजूद हैं लेकिन कहीं न कहीं हम पूरी तरह से इस मुद्दे को समझते नहीं हैं कि महिला मतदाता क्यों वोट दे रही है और सरकार से उनकी क्या उम्मीदें हैं. इसलिए मुझे ऐसा लगा कि कोई इस बारे में थोड़ा रिसर्च करके लिखे कि आखिर एक महिला मतदाता चाहती क्या हैं और वो कैसे अपना वोट देती हैं. क्या उनकी पहचान महिला की है, जाति के तौर है या फिर धर्म भी उसमें कहीं शामिल है. सुनिए पूरी चर्चाटाइमकोड्स:00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना04:05 - सुर्खियां09:04 - अखलाक की लिंचिंग पर यूपी सरकार का फैसला 16:51- रूही तिवारी की किताब और महिला वोटर पर बातचीत 36:29 - सब्सक्राइबर के पत्र40:00 - कुख्यात माओवादी माडवी हिडमा और पत्नी राजे का एनकाउंटर01:03:18 - दिल्ली ब्लास्ट के श्रीनगर से जुड़ते तार 01:21:11 - सलाह और सुझावनोट: चर्चा में अपने पत्र भेजने के लिए यहां क्लिक करें.चर्चा में पिछले सप्ताह देखने, पढ़ने और सुनने के लिए किसने क्या सुझाव दिए, उसके लिए यहां क्लिक करें.ट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधुरीप्रोडक्शन : सैफ अली एकरामसंपादन: हसन बिलाल
एनएल चर्चा 397 : एनडीए की प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी और महागठबंधन की हार
01:53:00|इस हफ्ते की चर्चा में बिहार के चुनावी नतीजों पर विस्तार से बात की गई. यूट्यूब पर लाइव हुई इस बातचीत में नतीजों से पहले उठने वाले सवालों जैसे दो दशकों से ज़्यादा और सबसे लंबे वक्त तक बिहार के मुख्यमंत्री का रिकॉर्ड बनाने वाले नीतीश कुमार का भविष्य क्या होगा? क्या जातीय समीकरण, हर घर सरकारी नौकरी और 'वोट-चोरी' जैसे मुद्दों के सहारे इंडिया गठबंधन कुर्सी तक पहुंच पाएगा? क्या एनडीए बेरोजगारी, पलायन और सत्ता-विरोधी लहर जैसी चुनौतियों को पार कर सत्ता में वापसी कर पाएगी? या फिर जन सुराज पार्टी के जरिए प्रशांत किशोर जैसे नए खिलाड़ी बिहार की सत्ता में कोई जगह बना पाएंगे? और सबसे महत्वपूर्ण बात नीतीश कुमार का भविष्य क्या होगा? आदि को लेकर लाइव चर्चा हुई.इस बातचीत में वरिष्ठ पत्रकार कादंबिनी शर्मा और हृदयेश जोशी शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन, रिपोर्टर बसंत कुमार और स्तंभकार आनंद वर्धन ने चर्चा में हिस्सा लिया. न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने इस लाइव चर्चा का संचालन किया.महागठबंधन को मिली करारी शिकस्त के बारे में अतुल चौरसिया ने कहा, “गठबंधन की अपनी कई असुरक्षाएं हैं.यह जो बड़ी हार हुई है यह एकदम से नहीं हुई है. इनकी ओछी राजनीति है जो इन्हें लगातर हार की तरफ धकेल रही है. एक तरफ इतना संगठित ढांचा है तो दूसरी तरफ यह बिखरा हुआ गठबंधन.”इस बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए कादम्बिनी कहती हैं, “बिहार में ग्राउंड पर यह तो ज़रूर लग रहा था कि जीतेगा एनडीए लेकिन 202 का जो आंकड़ा निकलकर आया है यह नहीं लग रहा था.”सुनिए पूरी चर्चा -
छोटी चर्चा Episode 396
22:04|एनएल चर्चा में इस हफ्ते विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा हरियाणा की वोटर लिस्ट में 25 लाख फर्जी वोटर के नाम शामिल होने के आरोपों और बिहार में जारी विधानसभा चुनावों को लेकर विस्तार से बात हुई.इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार नितिन सेठी और ‘मैं’ मीडिया के संस्थापक तंज़ील आसिफ शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूजलॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया. सुनिए-
छोटी चर्चा Episode 395
19:55|एनएल चर्चा में इस हफ्ते यमुना किनारे छठ पूजा के लिए बनाए गए कृत्रिम तालाब को लेकर उठे विवाद, दिल्ली सरकार द्वारा क्लाउड सीडिंग के जरिए कृत्रिम बरसात की असफल कोशिशों और बिहार चुनाव पर विस्तार से बात हुई.इसके अलावा दिल्ली में ग्रैप का दूसरा चरण लागू, बिहार में महागठबंधन और एनडीए ने जारी किया अपना घोषणा पत्र, मुंबई में 17 बच्चों को एक व्यक्ति ने बनाया बंधक, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाक़ों में चक्रवात मोंथा से भारी नुकसान, बिहार के बाद अब देश के 12 राज्यों में एसआईआर की शुरुआत और भारत एव चीन के बीच सीधी उड़ानें दोबारा हुईं जारी आदि ख़बरें भी हफ्ते भर सुर्ख़ियों में रहीं.इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, भवरीन कंधारी और पत्रकार उमेश के राय शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से स्तंभकार आनंद वर्धन, प्रमुख संपादक रमन किरपाल और विकास जांगड़ा ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूजलॉन्ड्री के सह संपादक शार्दूल कात्यायन ने किया. सुनिए -
छोटी चर्चा Episode 394
24:26|एनएल चर्चा में इस हफ्ते दिवाली की आतिशबाजी के बाद बद से बदतर हालत में पहुंची दिल्ली की हवा और बिहार चुनाव की सरगर्मियों को लेकर विस्तार से बात हुई.इसके अलावा दिवाली के बाद उत्तर भारत के 16 शहरों की हवा बेहद ख़राब श्रेणी में पहुंची, बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सभी दलों ने अपने उम्मीदवार किए घोषित, विपक्ष की ओर से तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार, लेह हिंसा में हुई मौतों की पड़ताल के लिए गृह मंत्रालय ने की न्यायिक जांच की घोषणा, ग्वालियर में एक क़स्बे के सरकारी अस्पताल में एंटीबायोटिक में कीड़े मिलने की शिकायत के बाद दवा का स्टॉक सील, छत्तीसगढ़ के बस्तर में 210 नक्सलियों ने किया सरेंडर, सोशल मीडिया से कंटेंट हटाने के आदेशों पर आईटी एक्ट के नियमों में बदलाव, आंध्र प्रदेश के कुरनूर ज़िले में एक बस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद लगी आग में करीब 20 लोगों की मौत और जापान में पहली महिला प्रधानमंत्री का हुआ चुनाव आदि ख़बरें भी हफ्ते भर सुर्ख़ियों में रहीं.इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा और द कारवां पत्रिका के वरिष्ठ सह संपादक विष्णु शर्मा शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से स्तंभकार आनंद वर्धन और सह संपादक शार्दूल कात्यायन ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूजलॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया. सुनिए -
छोटी चर्चा Episode 393
19:06|एनएल चर्चा में इस हफ्ते पटाखों पर लगे प्रतिबंध पर सुप्रीम कोर्ट की छूट और सीमित समयांतराल में ग्रीन क्रैकर्स बेचने की अनुमति, लालू यादव के परिवार के खिलाफ आपराधिक आरोप तय और हरियाणा में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार और एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या को लेकर विस्तार से बात हुई.इसके अलावा युद्धविराम के बाद फिलिस्तीन और इजराइल ने बंधकों को रिहा किया, पश्चिम बंगाल में एक एमबीबीएस छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना, अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बढ़ा तनाव, बिहार चुनाव के लिए बीजेपी और जनता दल यूनाइटेड गठबंधन ने की अपने उम्मीदवारों की की घोषणा और भारत में कफ सिरप की वजह से हुई मौतों के बाद डब्ल्यूएचओ ने भारत की तीन कफ सिरप को लेकर जारी की चेतावनी आदि ख़बरें भी हफ्ते भर सुर्ख़ियों में रहीं.इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से स्तंभकार आनंद वर्धन और सह संपादक शार्दूल कात्यायन ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूजलॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया. सुनिए -
छोटी चर्चा Episode 392
22:21|एनएल चर्चा में इस हफ्ते मध्यप्रदेश में कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने के बाद 25 बच्चों की मौत, गाज़ा में लंबे युद्ध के बाद शांति प्रस्ताव पर बनी सहमति और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर जूता फेंके जाने के प्रकरण को लेकर विस्तार से बात हुई.इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश के रे, सुप्रीम कोर्ट की वकील दिशा वाडकर और द न्यूज़ मिनट के वरिष्ठ समाचार संपादक शब्बीर अहमद शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूजलॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.सुनिए-