Share

cover art for छोटी चर्चा Episode 345

NL Charcha

छोटी चर्चा Episode 345

इस हफ्ते महाराष्ट्र में चल रहे चुनावों के बीच एनसीपी के नेता अजित पवार के बयान के बाद उठे विवाद को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. अजित पवार ने दावा किया कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए जो बैठक हुई उसमें गौतम अडाणी मौजूद थे. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा बुलडोजर के जरिए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों को लेकर भी बातचीत हुई.


इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार समीर चौगांवकर और सुप्रीम कोर्ट के वकील संजय हेगड़े ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.



More episodes

View all episodes

  • एनएल चर्चा 372: विदेश नीति की चुनौती और गाज़ा का संकट

    01:53:09|
    इस हफ़्ते चर्चा में भारत-पाकिस्तान संघर्ष के आलोक में भारत की विदेश नीति और गाज़ा का ताजा हालातों पर विस्तार से बात हुई.इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी और द हिंदू के सीनियर असिस्टेंट एडिटर कल्लोल भट्टाचार्य शामिल हुए. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और स्तंभकार आनंद वर्धन ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स-00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना02:09 - सुर्खियां11:40 - ग़ाज़ा के बिगड़ते हालात23:57- भारतीय नेताओं का विदेश दौरा01:20:48 - सब्सक्राइबर्स के पत्र01:41:41 - सलाह और सुझावनोट: चर्चा में अपने पत्र भेजने के लिए यहां क्लिक करें.पत्रकारों की राय-क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएशार्दूल कात्यायन न्यूज़लॉन्ड्री परगौरव आर्य की प्रोफाइलवीडियो - हाउ वन कंपनी सेक्रेटली पॉइज़ंड द प्लेनेट डाक्यूमेंट्री - सीक्रेट पाकिस्तानकिताब - शाल वनों का द्वीपआनंद वर्धनकिताब - द ग्रेट डिल्युज़न किताब - नेहरूज़ फर्स्ट रिक्रूटज़हृदयेश जोशी इंडियन एक्सप्रेस पर प्रताप भानु मेहता का लेखकल्लोल भट्टाचार्यराजा अनवर की किताब - द टेररिस्ट प्रिन्सअतुल चौरसिया डाक्यूमेंट्री - अमेरिकन मैनहंटिंग: ओसामा बिन लादेनडाक्यूमेंट्री - पाकिस्तान: एनैटमी ऑफ ए स्टेटचर्चा में पिछले सप्ताह देखने, पढ़ने और सुनने के लिए किसने क्या सुझाव दिए, उसके लिए यहां क्लिक करें.ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: तीस्ता रॉय चौधरी / हसन बिलालसंपादन: हसन बिलाल
  • एनएल चर्चा 371: भारत-पाक संघर्ष विराम के बाद उठते सवाल और ऑपरेशन सिंदूर का राजनीतिकरण

    01:23:04|
    इस हफ़्ते चर्चा में विक्रम मिस्री और उनके परिवार की निजी जानकारी सार्वजनिक करके उनकी ट्रॉलिंग करने और भारत-पाकिस्तान संघर्ष के आलोक में भारत की विदेश नीति पर विस्तार से बात हुई.  इसके अलावा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का दावा- भारत-पाकिस्तान को व्यापार की धमकी देकर करवाया सीज़फायर के लिए राजी, मध्यप्रदेश में भाजपा के मंत्री कुंवर शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादास्पद टिप्पणी, और चीन एवं अमेरिका के बीच अब टैरिफ वॉर का थमना भी हफ्ते भर की सुर्खियों में शामिल रहा.  इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा, लेफ़्टिनेंट जनरल रामेश्वरम यादव और पूर्व आईपीएस अफसर यशवर्धन आज़ाद शामिल हुए. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने कियऑपरेशन सिंदूर पर भारत सरकार की प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “बीते दिनों राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान से पहले संघर्षविराम की घोषणा की. ट्रंप उसके बाद से भी बार-बार सीज़फायर में मध्यस्थता की बात कर रहे हैं लेकिन भारत सरकार से किसी बड़े राजनेता का इस पर कोई जवाब नहीं आता है.”वहीं, कर्नल कुरैशी पर भाजपा मंत्री की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर यशवर्धन आज़ाद कहते है, “वर्दी को पहनने के बाद हमारा कोई धर्म नहीं होता, लेकिन कुछ मंत्री सबकी जातियां बताकर भ्रम फैला रहे हैं,” सुनिए पूरी चर्चा- टाइमकोड्स- 00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना 03:25 - सुर्खियां 22:10 - भारत-पाकिस्तान सीज़फायर में ट्रम्प का बयान 45:25- पाकिस्तान की भ्रामक ख़बरें 01:16:24 - सलाह और सुझावनोट: चर्चा में अपने पत्र भेजने के लिए यहां क्लिक करें.चर्चा में पिछले सप्ताह देखने, पढ़ने और सुनने के लिए किसने क्या सुझाव दिए, उसके लिए यहां क्लिक करें.ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंदसंपादन: आशीष आनंद 
  • एनएल चर्चा 370: भारत-पाक के बीच बढ़ता तनाव और समाचार चैनलों पर फर्जी ख़बरों के हूटर

    01:56:28|
    इस हफ्ते चर्चा में भारत और पाकिस्तान के बीच दिनों-दिन बढ़ते सैन्य तनाव और इसे युद्ध बताने में जुटे मीडिया चैनल्स पर विस्तार से बात हुई. साथ ही इस दौरान चैनलों में पर आई फर्जी ख़बरों की बाढ़ और सेना एवं विदेश मंत्रालय द्वारा दी जा रही संयमित और संतुलित जानकारी को लेकर भी चर्चा हुई.  इस हफ्ते भारतीय सेना द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर में पहलगाम हमले के जवाब में की गई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक कार्रवाई, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का सर्वदलीय बैठक में इस कार्रवाई में 100 से ज्यादा पाकिस्तानियों के मारे जाने की सूचना देना, भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के हमलों को नाकाम करना, गृह मंत्रालय द्वारा देशभर में मॉक ड्रिल का ऐलान और महिला आयोग द्वारा शहीद विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी को सोशल मीडिया पर निशाना बनाए जाने की निंदा करने जैसी ख़बरें भी सुर्खियों में रहीं. इसके अलावा चीफ जस्टिस संजीव खन्ना समेत सुप्रीम कोर्ट के 21 जजों द्वारा अपनी व्यक्तिगत आर्थिक जानकारी सार्वजनिक करने, नैनीताल में नाबालिग से बलात्कार के मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट का एसएसपी को निगरानी की जिम्मेदारी सौंपने के अलावा भारत और यूके के बीच मुक्त व्यापार समझौते(FTA) पर हुए हस्ताक्षर भी चर्चा में रहे. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा और हृदयेश जोशी शामिल हुए. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.भारत और पाकिस्तान के बीच जारी संघर्ष से चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, ‘8-9 मई को भी भारत में 15 शहरों को निशाना बनाने की कोशिशें हुईं, सीमा से लगे देशों में ब्लैकआउट किया गया. भारत ने लाहौर और सियालकोट तक जवाबी हमले किए. इस बीच कई भ्रामक और फर्जी सूचनाओं की भी सोशल मीडिया पर बाढ़ सी आई दिखी.’इस विषय पर हृदयेश कहते हैं, ‘युद्ध की स्थिति में एक अच्छे पत्रकार का काम है कि सही जानकारी दे, और जो जानकारी छुपाई जा रही है, उसे देशहित के लिए सामने लाए.’सुनिए पूरी चर्चा- नोट: अपने पत्र भेजने के लिए यहां क्लिक करें.टाइमकोड 00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना 02:55 - सुर्खियां 13:10 - भारत-पाकिस्तान तनाव   1:06:36- मीडिया में भ्रामक खबरें 1:36:22 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 01:50:32 - सलाह और सुझावचर्चा में पिछले सप्ताह देखने, पढ़ने और सुनने के लिए किसने क्या सुझाव दिए, उसके लिए यहां क्लिक करें.ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद, तीसता रॉय चौधरी संपादन: आशीष आनंद
  • एनएल चर्चा 369: जातिगत जनगणना और वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे पर मीडिया की आज़ादी के सवाल

    01:49:04|
    इस हफ्ते केंद्र सरकार द्वारा जातिगत जनगणना कराए जाने के ऐलान, प्रेस फ्रीडम डे के बहाने मीडिया की आजादी और और पहलगाम हमले पर सुरक्षा में चूक को लेकर सवाल पूछने वालों पर एफआईआर दर्ज करने को लेकर विस्तार से बात हुई.  इसके अलावा पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव, पीएम मोदी की तीनों सेनाओं के अध्यक्षों के साथ बैठक, एक सर्वे के अनुसार 80 फीसदी लोगों का मानना कि भारत में अभी भी मीडिया आज़ाद, पहलगाम हमले के बाद देशभर में कई जगहों पर मुस्लिम समुदाय के लोगों को निशाना बनाए जाने और सुप्रीम कोर्ट द्वारा दो लोगों की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए डिजिटल एक्सेस को नागरिकों का अधिकार बताए जाने की ख़बरें भी हफ्ते भर सुर्ख़ियों में रहींइस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा और गीता सेशु शामिल हुईं. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और स्तंभकार आनंदवर्धन ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.विश्व प्रेस फ्रीडम डे से चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “आंकड़े बताते हैं कि दुनिया भर में पत्रकारों के लिए स्थितियां कुछ खास मुफीद नहीं हैं और कुछ देशों में तो बहुत ज़्यादा ख़राब हैं. भारत में भी हालात कुछ खास ठीक नहीं हैं.” इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए गीता कहती हैं, “बहुत ही कम पत्रकारों को उनकी हत्या या मारपीट के मामले में न्याय मिलता है. 2010 से अब तक केवल 3 मामलों में पत्रकारों को न्याय मिला है. जो स्वतंत्र पत्रकार हैं, उन्हें ज़्यादा निशाना बनाया जाता है. ”सुनिए पूरी चर्चा-नोट: अपने पत्र भेजने के लिए यहां क्लिक करें.टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:05 - सुर्खियां17:50 - प्रेस की आज़ादी और एफआईआर 1:1:50- सब्सक्राइबर्स के पत्र1:11:33 - जातिगत जनगणना 01:41:50 - सलाह और सुझावचर्चा में पिछले सप्ताह देखने, पढ़ने और सुनने के लिए किसने क्या सुझाव दिए, उसके लिए यहां क्लिक करें.ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद , तीसता रॉय चौधरी संपादन: आशीष आनंद  .
  • एनएल चर्चा 368: पहलगाम में आतंकवाद पर भारत की प्रतिक्रिया और निशिकांत दुबे पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई

    01:56:38|
    इस हफ्ते जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले पर भारत की प्रतिक्रिया को लेकर विस्तार से बातचीत हुई.इसके अलावा जम्मू में भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं का दैनिक जागरण के वरिष्ठ संवाददाता राकेश शर्मा पर हमला किया, निशिकांत दुबे की सीजेआई संजीव खन्ना पर की गई टिप्पणी को लेकर कार्रवाई की मांग की, दिल्ली हाईकोर्ट ने बाबा रामदेव को लगाई फटकार, सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में साइन बोर्ड्स पर उर्दू के इस्तेमाल पर रोक लगाने वाली याचिका की ख़ारिज और पोप फ्रांसिस की मृत्यु आदि ख़बरें भी हफ्ते भर सुर्ख़ियों में रहींइस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, और द हिन्दू अख़बार की डिप्टी एडिटर विजैता सिंह शामिल हुईं. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और स्तंभकार आनंदवर्धन ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “चिंताजनक बात यह है कि पहचान करके हिन्दुओं को मारा गया है और इसका दूसरा पहलू यह है कि यह सुरक्षा में हुई बड़ी चूक है, जिस पर बात नहीं हो रही.”विजैता कहती हैं, “अभी कूटनीतिक स्तर पर भारत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है, लेकिन पुलवामा के समय हुई बालाकोट स्ट्राइक जैसा कोई कदम अभी नहीं उठाया गया है, और आगे उठाया जाएगा या नहीं ये अभी कहा नहीं जा सकता.”सुनिए पूरी चर्चा-नोट: अपने पत्र भेजने के लिए यहां क्लिक करें.टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:05 - सुर्खियां15:50 - पहलगाम पर भारत की प्रतिक्रिया1:9:39- सब्सक्राइबर्स के पत्र1:19:45 - निशिकांत दुबे का बयान01:38:50 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय-क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए शार्दूल कात्यायनसीरीज़ -द डे ऑफ़ द जैकल फिल्म - स्पॉटलाइटविजेता सिंहपॉल लिंच की किताब - प्रॉफेट सांगहृदयेश जोशीअजय साहनी का लेखश्याम सरन का लेखआनंदवर्धनकिताब - द अनडाईंग लाइटअतुल चौरसियाडॉक्यूमेंट्री - कैंपस पे क्रैकडाउनचर्चा में पिछले सप्ताह देखने, पढ़ने और सुनने के लिए किसने क्या सुझाव दिए, उसके लिए यहां क्लिक करें.ऑरकाओं में मैनोपॉज पर शोधट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: तीस्ता रॉय चौधरी संपादन: हसन बिलाल
  • एनएल चर्चा 367: वक्फ क़ानून पर मुर्शिदाबाद में हिंसा और राज्यसभा के ‘डिप्टी’ धनखड़ का ‘ज्ञान’

    01:41:02|
    इस हफ्ते प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा नेशनल हेराल्ड मामले में फाइल की गई चार्जशीट, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा सुप्रीम कोर्ट की शक्तियों को लेकर टिप्पणी करने और पश्चिम बंगाल में वक़्फ़ बिल के विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा को लेकर विस्तार से बातचीत हुईइसके अलावा भारत के भगौड़े मेहुल चौकसी की बेल्जियम में गिरफ़्तारी, महाराष्ट्र की लाडकी बहन योजना में 8 लाख महिलाओं को मिलने वाली सम्मान राशि में कटौती, अमेरिका द्वारा चीन से आयातित सामानों पर 245 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा और  ब्लूस्मार्ट इलेक्ट्रिक कैब सर्विस द्वारा अपनी सेवाएं सस्पेंड करना आदि ख़बरें भी सुर्खियों का हिस्सा बनी. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार अदिति फड़नीस, एसोसिएट प्रोफ़ेसर संबित पाल और वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा शामिल हुई. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने कियाअख़बार नेशनल हेराल्ड मामले से चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “नेशनल हेराल्ड की पेरेंट कंपनी का जो ट्रांसफर हुआ है, उसकी प्रक्रिया काफी अस्पष्ट है. यह पूरा मामला क्या है और किस तरह से आगे जाता दिख रहा है?” इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए अदिति कहती हैं, “इसमें शक नहीं है कि बीजेपी किसी न किसी तरीके से गांधी परिवार को फंसाना चाहती है, ऐसे कई व्यापार हैं, जो नॉट फॉर प्रॉफिट हैं लेकिन उससे पैसा कमाया जा रहा है. इसलिए इस पर बहस नहीं होनी चाहिए कि यह लेनदेन कानूनी रूप से सही था या गलत क्योंकि वो काम जल्द ही अदालत कर देगी.”सुनिए पूरी चर्चा-नोट: अपने पत्र भेजने के लिए यहां क्लिक करें.टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना04:05- सुर्खियां25:00 - नेशनल हेराल्ड मामला 45:21 - सब्सक्राइबर्स के पत्र51:10- मुर्शिदाबाद हिंसा 1:20:40 - जगदीप धनखड़ का बयान 01:34:50 - सलाह और सुझावट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंदसंपादन: आशीष आनंद
  • एनएल चर्चा 366: राज्यपाल के अधिकार पर सुप्रीम कोर्ट के विचार और राज ठाकरे की ‘हेट पॉलिटिक्स’

    01:32:56|
    इस हफ्ते महाराष्ट्र में राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा मराठी बनाम  गैर मराठी विवाद को तूल देने और तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि द्वारा प्रदेश की विधानसभा द्वारा पारित 10 विधेयकों को रोकने को सुप्रीम कोर्ट द्वारा मनमानी और अवैध करार दिए जाने के आलोक में केंद्र बनाम राज्यों के संघर्ष को लेकर विस्तार से बातचीत हुई.इसके अलावा 2008 के मुंबई हमलों के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा को दिल्ली लाया जाना, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन पर नए टैरिफ लगाना, यूरोपीय संघ द्वारा अमेरिका के खिलाफ टैरिफ लगान, वक्फ संशोधन बिल के विरोध में भड़की हिंसा में 22 प्रदर्शनकारी गिरफ्तारी, 2024-2025 में चरम पर रहा वायु प्रदूषण, वाराणसी में 19 वर्षीय पीड़िता से सात दिन तक 23 लोगों ने किया बलात्कार और शौचालय ब्रेक की मांग खारिज होने पर लोको पायलटों के संगठन द्वारा रेलवे बोर्ड के फैसले की आलोचना आदि ख़बरें भी सुर्खियों का हिस्सा बनी. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान द न्यूज मिनट की पूजा प्रसन्ना, अंग्रेजी दैनिक द हिन्दू की महाराष्ट्र ब्यूरो चीफ विनया शामिल हुई. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और हृदयेश जोशी ने हिस्सा लिया.  चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.तमिलनाडु के राज्यपाल द्वारा बिलों को रोके जाने को सुप्रीम कोर्ट द्वारा सख्त शब्दों में अवैध करार दिए जाने पर चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “हमेशा हम देखते हैं कि विपक्षी दलों की सरकारों पर केंद्र सरकार राज्यपालों के जरिए अड़ंगा लगाने की कोशिश करती रही है.” इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए पूजा कहती हैं, “5- 6 महीने तक बिल को लटकाए रखना असंवैधानिक है. सुप्रीम कोर्ट ने भी यही बोला है, आप इतिहास देखेंगे तो आपको यही दिखेगा.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:21- सुर्खियां13:05 - सीआरईए की वायु प्रदूषण पर रिपोर्ट17:17- तमिलनाडू के राज्यपाल की मनमानी पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला35:54 - मराठी बनाम गैर मराठी की राजनीति 1:17:16- मुंबई हमलों के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा का भारत प्रत्यर्पण01.26.50 - सलाह और सुझावट्रांसक्रिप्शन: विकास जांगड़ाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद, तीस्ता रॉय चौधरी संपादन: आशीष आनंद 
  • एनएल चर्चा 365: वक्फ की सियासत और ट्रंप की टैरिफ पॉलिटिक्स

    01:39:14|
    इस हफ्ते वक़्फ़ क़ानून में संशोधन का बिल लोकसभा और राज्यसभा में पास होने और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ के भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव को लेकर विस्तार से बातचीत हुई.केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मणिपुर में राष्ट्रपति शासन का प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित करवाने, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दुनियाभर के देशों पर रियायती रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा करने, दिल्ली सरकार के कानून मंत्री कपिल मिश्रा पर दिल्ली में दंगे भड़काने के मामले में अदालत द्वारा एफआईआर दर्ज करने के आदेश देने, कोलकाता हाईकोर्ट के टीचरों की नियुक्ति रद्द करने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट द्वारा बरक़रार रखने, जम्मू कश्मीर के पूंछ ज़िले में एक माइन फटने के बाद लाइन ऑफ़ कंट्रोल पर पाकिस्तानी आर्मी द्वारा युद्धविराम तोड़े जाने और तेलंगाना सरकार द्वारा हैदराबाद यूनिवर्सिटी के नज़दीक कांचा बाली वन क्षेत्र में 400 एकड़ ज़मीन पर लगे पेड़ों को गिराने के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शन कऱने आदि ख़बरें हफ्तेभर के दौरान सुर्खियों मेंइस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार माधवन नारायणन, इंडियन सिविल सर्वेंट ज़फर महमूद शामिल हुए. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने कियावक़्फ़ संशोधन बिल के मामले पर चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “वक़्फ़, हिंदुस्तान की तीसरी ऐसी बॉडी जिसके पास सबसे ज़्यादा ज़मीने हैं और अब उसमें नए प्रावधान के बाद कुछ ऐसी चीज़ें हो सकती हैं जिससे मुसलमानों के सामने दिक़्क़त खड़ी की जाएगी, ऐसी भाजपा की नीयत है. इसमें कितनी सच्चाई है और इसमें क्या-क्या चिंताइस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए ज़फर कहते हैं, “पहली बार यह कांसेप्ट आया है कि मुसलमानों की प्रॉपर्टीज़ मैनेज करने के लिए गैर मुसलमान ज़रूरी हैं. यह अजीब सा कांसेप्ट है और अगर सरकार चाहे तो 50% से ज़्यादा ग़ैर मुसलमान हो सकते है.सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना04:00 - सुर्खियां17:36 - वक़्फ़ संशोधन बिल विवाद  01:00:40 - अमेरिका ने घोषित की नई टैरिफ दरें 01:29:08 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 01:33:00 - सलाह और सुझावट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंदसंपादन: आशीष आनंद 
  • एनएल चर्चा 364: जस्टिस यशवंत वर्मा के घर लगी आग और कुणाल कामरा के व्यंग्य पर आहत शिवसैनिक

    01:43:23|
    इस हफ्ते दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा के घर में लगी आग में नोटों की गड्डियां जलने और इसके बाद उनके इलाहबाद हाईकोर्ट में तबादले को लेकर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा इस मामले के बहाने एक बार फिर से कॉलेजियम बनाम न्यायिक नियुक्ति आयोग की बहस पर भी बातचीत हुई. म्यांमार में 7.7 मैग्नीट्यूड के भूकंप से तबाही, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा सदन की कार्यवाही का अचानक स्थगन, स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के पैरोडी गीत के बाद भड़की शिवसेना द्वारा तोड़फोड़, सुप्रीम कोर्ट द्वारा नाबालिग से बलात्कार मामले में इलाहबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी पर स्वतः संज्ञान लेना, उत्तर प्रदेश में बिना कानूनी प्रक्रिया के घरों पर बुलडोज़र चलाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा नाराज़गी जताना और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर सीबीआई का छापा आदि ख़बरें भी हफ्तेभर के दौरान सुर्खियों में रही.इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी, सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता करुणा नंदी शामिल हुईं. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रबंध संपादक मनीषा पांडे और स्तंभकार आनंद वर्धन ने हिस्सा लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.यशवंत शर्मा मामले पर चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने इस मामले पर जांच कमेटी बनाई है, उनका तबदला कर दिया गया है, जिसे लेकर कुछ लोग विरोध भी कर रहे हैं लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की याचिका को भी ख़ारिज किया है, ऐसे में इस मसले की पूरी तस्वीर क्या है?”इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए करुणा कहती हैं, “जब यह बात सुप्रीम कोर्ट में पता चली तो वकीलों को बहुत हैरानी हुई. एक वजह तो यह थी कि यशवंत वर्मा जी एक बेहद अच्छे जज हैं और कोई भी व्यक्ति जिसकी लीगल ट्रेनिंग है, वह इतना कैश घर पर नहीं रखता.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना05:00 - सुर्खियां21:20 - जस्टिस यशवंत वर्मा विवाद  01:00:08 - कुणाल कामरा के शो के बाद विवाद  01:27:00 - सलाह और सुझावट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद, तीस्ता रॉय चौधरी संपादन: आशीष आनंद