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एनएल चर्चा 353: वोटर लिस्ट की गड़बड़ियां और आप-भाजपा की जुबानी जंग
इस हफ्ते मतदाता सूची से नाम हटाए जाने को लेकर न्यूज़लॉन्ड्री की रिपोर्टर सुमेधा मित्तल की पड़ताल और दिल्ली में चुनावों के मद्देनज़र आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच शुरू हुई ज़ुबानी जंग को लेकर विस्तृत बातचीत हुईइसके अलावा तिरुपति में स्वामी वेंकेटेश्वर महाराज मंदिर में कार्यक्रम के लिए टिकट खरीदने की भगदड़ में छः दर्शनार्थियों की मौत, छत्तीसगढ़ में 32 वर्षीय मुकेश चंद्राकर की हत्या, चुनाव आयोग ने दिल्ली चुनावों की घोषणा की 5 फ़रवरी को होगा मतदान, भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी द्वारा कालका जी की सड़कों की बात करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पर अभद्र टिप्पणी आदि ख़बरें भी हफ्तेभर तक चर्चा का विषय रहीं.
हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रधान संपादक रमन किरपाल, सह संपादक शार्दूल कात्यायन और रिपोर्टर सुमेधा मित्तल शामिल हुईं. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.
सुनिए पूरी चर्चा-
टाइमकोड्स
00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना
16:50 - सुर्खियां
25:40 - मुकेश चंद्राकर की हत्या
44:30 - दिल्ली में चुनावी जंग
01:15:33- सुमेधा मित्तल की रिपोर्ट्स
01:38:40- सलाह और सुझाव
पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए
स्मिता शर्मा
सुमेधा मित्तल की रिपोर्टिंग सीरीज- ब्रोकन बैलट
कनाडा का पूर्व हाईकमिश्नर विकास स्वरुप के साथ बातचीत
शार्दूल कात्यायन
मुकेश चंद्राकर पर प्रतीक गोयल की रिपोर्ट
वसीम बरेलवी की किताब - मौसम अंदर बाहर के
फिल्म- लम्हे
रमन किरपाल
मुकेश चंद्राकर पर प्रतीक गोयल की रिपोर्ट
सुमेधा मित्तल की रिपोर्टिंग सीरीज- ब्रोकन बैलट
न्यूज़लॉन्ड्री कीवायु प्रदूषण कैंपेन
सुमेधा मित्तल
कारवां पर सागर का लेख
न्यूज़लॉन्ड्री कोसब्सक्राइब करे
अतुल चौरसिया
डॉक्यूमेंट्री - शुगरकेन
ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा
प्रोड्यूसर: आशीष आनंद
एडिटिंग: आशीष आनंद
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एनएल चर्चा 358: पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा, डार्क कॉमेडी के नाम पर अभद्र टिप्पणी और मणिपुर का सवाल
01:26:10|इस हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे, पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया की अभद्र टिप्पणी और मणिपुर में राष्ट्रपति शासन को लेकर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा अडाणी ग्रुप ने श्रीलंका में पवन परियोजना से खींचे हाथ, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने वक़्फ़ से जुड़ी जेपीसी रिपोर्ट को बताया अधूरा, ग़ाज़ा में बंधक बनाए इजराइली नागरिकों को लेकर ट्रंप की चेतावनी, एक रिपोर्ट के मुताबिक, हेट स्पीच के मामलों में भारत में बीते साल के मुकाबले 74.4 फीसदी की वृद्धि और राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान भारतीय संविधान की नई प्रतियों को लेकर हंगामा आदि विषय भी हफ्तरेभर तक चर्चा में इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान बीबीसी की पत्रकार सर्वप्रिय सांगवान शामिल हुईं. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रधान संपादक रमन किरपाल, स्तंभकार आनंद वर्धन और विकास जांगड़ा शामिल हुए. चर्चा का संचालन वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए हृदयेश कहते हैं, “मणिपुर में यह ग्यारहवीं बार है, जब यहां राष्ट्रपति शासन लगाया गया है. बड़ी संख्या में वहां पर फ़ौज की तैनाती है. एक राज्य के लिए यह बेहद मायूस करने वाली बात है.”इस मुद्दे पर रमन कहते हैं, “इस तरह के जो जनजातीय विवाद हैं, उसके राजनीतिक प्रबंध के कई तरीके थे. एक तो यह जो बड़ा समुदाय है, उसके नेता के साथ बातचीत करके एक भरोसा क़ायम किया जाए और दूसरे समुदाय के बीच भी विश्वास बनाया जाए, लेकिन वहां की सरकार इसमें नाकाम रही.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:36 - सुर्खियां8:05 - रणवीर इलाहाबादिया की अभद्र टिप्पणी 27:10- मणिपुर में राष्ट्रपति शासन 50:50 - पीएम मोदी का अमेरिका दौरा 01:18:10 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएसर्वप्रिया सांगवानवेब सीरीज - पेरेंटहुडपूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ काइंटरव्यू रमन किरपाल फिल्म- मिसेज़ मणिपुर पर न्यूज़लॉन्ड्री की रिपोर्ट् आनंद वर्धन किताब - नालंदा: हाउ इट चेंज्ड द वर्ल्ड विकास जांगड़ा हिंदी फिल्म - मुल्क समय रैना और बियर बाइसेप्स विवाद पर लेख पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: आशीष आनंदएनएल चर्चा 357: बजट से बढ़ेगी किसकी बचत और दिल्ली विधानसभा चुनाव
01:20:49|इस हफ्ते साल 2025-26 के लिए भारत सरकार द्वारा पेश बजट और दिल्ली चुनावों को लेकर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा 5 फ़रवरी को दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए हुए मतदान, प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी और संगम में लगाई डुबकी, गुजरात में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए कमेटी का गठन, भाजपा सांसदों द्वारा सोनिया गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस, अमेरिका से जबरन वापस भेजे गए 104 भारतीय और अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा ग़ाज़ा पट्टी पर अमेरिकी नियंत्रण का प्रस्ताव रखना आदि विषय भी हफ्तरेभर तक चर्चा में रहेइस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान अर्थशास्त्री मिताली निकोर और द कारवां के हिंदी संपादक विष्णु शर्मा ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से रिपोर्टर अवधेश कुमार शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के सह संपादक शार्दूल कात्यायन ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए शार्दूल कहते हैं, “2047 तक विकसित भारत बनाने का लक्ष्य रखा गया है, उसके लिए औसतन आठ प्रतिशत की बढ़त चाहिए जबकि इकोनॉमिक सर्वे के मुताबिक़, 6.3 से 6.8 तक ही बढ़त रह सकती है. सरकार यह कैसे कर पाएगी और बढ़त यही है तो विकसित भारत का सपना कैसे पूरा हो पाएगाइस मुद्दे पर मिताली कहती हैं, “विकसित भारत 2047, एक बहुत अच्छा लक्ष्य है, जो सुनने में काफी अच्छा भी लगता है. चाहे 6% हो या 6.5% भारत आज भी सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है. हमारा प्रदर्शन 8% के पास न दिखे लेकिन 6 या 6.5 फीसदी प्रदर्शन भी उतना बुरा नहीं है.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:15 - सुर्खियां15:20- बजट के क्या फायदे 51:18 - दिल्ली के चुनाव01:15:10 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएमिताली निकोर फॉलो - nikoreassociates.comफिल्म - द ग्रेट इंडियन किचन विष्णु शर्मा हरतोष सिंह बल का मनमोहन सिंह पर लेख शार्दूल कात्यायन दिल्ली चुनाव के घोषणापत्र पर शिवनारायण की रिपोर्टवेब सीरीज़- साइलोमिनी टीवी सीरीज़- एंड देन देअर वर ननअवधेश कुमार अश्विनी वैष्णव पर न्यूज़लॉन्ड्री की रिपोर्ट कुंभ से बसंत कुमार की ग्राउंड रिपोर्ट ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद & तीस्ता रॉय चौधरी एडिटिंग: आशीष आनंदएनएल चर्चा 356: महाकुंभ में भगदड़ की भेंट चढ़ी जिंदगियां और जुबानी जंग की चुनौतियों के बीच दिल्ली विधानसभा चुनाव
01:50:27|इस हफ्ते प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में भगदड़ में कई लोगों की मौत, दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच चल रही खींचतान अब बहस और चुनौती देने तक पहुंची आदि विषयों पर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा बजट सत्र से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संबोधन, दिल्ली चुनाव से पहले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को एक महीने के लिए मिली पैरोल आदि ख़बरें भी हफ्तेभर तक चर्चा का विषय रहीं.इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी और आकांक्षा कुमार ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से स्तंभकार आनंद वर्धन और सह संपादक शार्दूल कात्यायन शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “भगदड़ से पहले कुंभ में अव्यवस्था को लेकर अनेकों-अनेक वीडियो सामने आ रहे थे. 7 हज़ार करोड़ रुपये के बजट के बाद किसी कार्यक्रम को बेकार बनाया जा सकता है, यह उसका एक उत्कृष्ट उदहारण है. यह भगदड़ नहीं पुलिस प्रशासन की ओर से आपराधिक लापरवाही है.”इस मुद्दे पर ग्राउंड से रिपोर्ट कर रही आकांक्षा कुमार कहती हैं, “यह काफी हद तक संभव है कि भगदड़ की जगह एक ही न हो. यहां स्थिति अभी भी प्रशासन के बहुत नियंत्रण में नहीं दिख रही है. शवगृह में लोग देर रात तक शव लेने आते रहे. बहुत से लोग जिनके परिजन 24 घंटों के बाद भी नहीं मिले हैं, वे शवगृह की तरफ हताशा में दौड़ रहे हैं. सरकारी आंकड़ा जो 30 लोगों का है, वह काफी संदिग्ध है.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना04:30 - सुर्खियां19:52- महाकुंभ में अव्यवस्था और भगदड़ 1:26:18 - सब्सक्राइबर्स के पत्र 01:38:38 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएहृदयेश जोशी महाकुंभ पर न्यूज़लॉन्ड्री कीरिपोर्ट वायु प्रदूषण पर द वायर की डॉक्यूमेंट्री आनंद वर्धन किताब - एवरीडे रीडिंग श्याम बेनेगल की फिल्म- जूनून शार्दूल कात्यायन सीरीज़- आरकेन किताब- पंजाब: द एनेमीज़ विदिन आकांक्षा कुमार किताब- अंबेडकर की प्रस्तावना महाकुंभ पर न्यूज़लॉन्ड्री कीरिपोर्ट अतुल चौरसिया महाकुंभ पर न्यूज़लॉन्ड्री की रिपोर्टमार्क टली की किताब- द कुंभ मेला ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: आशीष आनंदएनएल चर्चा 355: सैफ अली खान पर हमला, कलकत्ता रेप मामले में फैसला और डोनाल्ड ट्रंप के अतरंगी निर्णय
01:25:51|इस हफ्ते कलकत्ता के आर.जी. कर अस्पताल में हुए बलात्कार मामले में अदालत के निर्णय, डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ और उनके द्वारा लिए गए बड़े फैसलों समेत सैफ अली खान पर हमले के बाद शत्रु संपत्ति अधिनियम पर हो रही बहस को लेकर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा नागपुर के पास भंडारा ज़िले में आर्डिनेंस फैक्ट्री में धमाके से आठ लोगों की मौत, कोलकाता रेप मामले में दोषी को आजीवन कारावास की सजा, दिल्ली दंगों के मामले में जेल में बंद उमर खालिद समेत आठ लोगों की रिहाई को लेकर हुई सुनवाई, महाराष्ट्र में ट्रेन हादसे में 13 लोगों की मौत और केरल की एक जिला अदालत द्वारा पतंजलि के संस्थापक रामदेव और बालकृष्ण के खिलाफ गिरफ़्तारी वारंट जारी आदि ख़बरें भी हफ्तेभर तक चर्चा का विषय रहीं. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार कल्लोल भट्टाचार्य और स्मिता शर्मा समेत वरिष्ठ अधिवक्ता सब्यसाची चटर्जी ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, ‘डोनाल्ड ट्रंप ने शपथग्रहण के तुरंत बाद कई फैसले लिए, अपनी इस दूसरी पारी में उन्होंने डब्ल्यूएचओ से समर्थन वापस लेना, अमेरिका में केवल दो जेंडर को मान्यता और चीन पर दस फीसद टैरिफ की बात की. ट्रंप उसी स्टाइल में काम कर रहे हैं, जिसके लिए वे जाने जाते हैं.”इस विषय पर अपने विचार रखते हुए स्मिता कहती हैं, “हमें पहले ट्रंप की राजनीति को समझना होगा इससे पहले कि हम भारत और दूसरे तमाम देशों पर होने वाले उनके फैसलों के असर को देखें. ट्रंप के बारे में एक बात कही जाती है कि वह जब आते हैं तो अनिश्चितता कहीं ज़्यादा होती है लेकिन यह निश्चित है कि अगर ट्रंप ने कुछ बातें कही हैं तो वह करेंगे और वह करते हुए भी नज़र आ रहे हैंसुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना07:52 - सुर्खियां15:36 - शत्रु संपत्ति और सैफ अली खान 20:50 - डोनाल्ड ट्रंप के अतरंगी फैसले 49:40 - सब्सक्राइबर्स के पत्र51:53 - आर.जी. कर अस्पताल रेप मामले में फैसला01:22:00 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएस्मिता शर्मा कल्लोल भट्टाचार्य की किताब - द ग्रेट गेम इन अफ़ग़ानिस्तानप्रो सी राजा मोहन का ट्रंप के फैसलों पर लेखआर.जी. कर अस्पताल रेप मामले पर यूट्यूब चैनल NTT की रिपोर्टकल्लोल भट्टाचार्य अमेरिकी समाचार पत्र पढ़ने की आदत डालिएसब्यासाची चटर्जी आर.जी. कर अस्पताल रेप मामले पर अदालत का फैसलाशार्दूल कात्यायन वेब सीरीज़ द पेंग्विन अतुल चौरसिया वेब सीरीज़ -पाताल लोक ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: आशीष आनंद .एनएल चर्चा 354 : इज़राइल, हमास के बीच युद्धविराम और हिंडनबर्ग रिसर्च फर्म होगी बंद
01:40:52|इस हफ्ते इज़राइल और हमास के बीच युद्धविराम पर औपचारिक सहमति बनने, भारतीय उद्योगपति गौतम अडाणी और उनकी कंपनी समेत दुनियाभर के कई समूहों पर खुलासे करने वाली हिंडनबर्ग रिसर्च संस्था बंद किए जाने की घोषणा और भाजपा द्वारा कांग्रेस और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर अपरिपक्व होने के आरोप को लेकर विस्तृत बातचीत हुई. इसके अलावा मणिपुर के एक गांव में वर्ष 2025 का पहला हमला, अमेरिकी उद्योग और सुरक्षा ब्यूरो ने तीन भारतीय परमाणु संस्थाओं को अपनी प्रतिबंध सूची से हटाया, छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री और कोंटा शहर से विधायक रहे कवासी लखमा दो हज़ार एक सौ इकसठ करोड़ रुपये के शराब घोटाले के आरोप में गिरफ्तार आदि ख़बरें भी हफ्तेभर तक चर्चा का विषय रहीं .इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार निरुपमा सुब्रमण्यम, टीके राजलक्ष्मी और हृदयेश जोशी ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल सवाल करते हैं, “आज जब इज़राइल और हमास के बीच शांति समझौता हुआ है, किस तरह की उम्मीदें हैं, क्या यह अस्थायी है या लंबे समय तक कायम रहने वाला है?” इसके जवाब में निरुपमा कहती हैं, “यह शांति समझौता 2023 में ही हो जाना चाहिए था, इसमें इतनी देर इन्होने लगाई है, पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय में दम नहीं था कि वह इजराइल को बोलता कि इसे बंद करो. पहले बॉम्बिंग का सिलसिला जो शुरू हुआ वह आत्म सुरक्षा के नाम पर था लेकिन उसके बाद यह आत्म सुरक्षा से बहुत आगे चला गया, जिसमें 50 हज़ार से ज़्यादा लोग मर गए.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना16:50 - सुर्खियां25:40 - इज़राइल-हमास संघर्ष विराम 40:20 - भारतीय परमाणु संस्थाओं से अमेरिका ने प्रतिबंध हटाए 01:01:10 - हिंडनबर्ग रिसर्च संस्था 01:13:33- राहुल गांधी पर भाजपा का आरोप01:32:40- सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएनिरुपमा सुब्रमण्यम वेब सीरीज़ -माइग्रेट टीके राजलक्ष्मीफिल्म : द ज़ोन ऑफ़ इंटरेस्ट शार्दूल कात्यायन द हिन्दू में लेख - रेज़िस्टिंग ट्रांसपेरेंसी, एरोडिंग पब्लिक ट्रस्ट न्यूज़लॉन्ड्री परआनंद वर्धन का लेख मिनी सीरीज - डून प्रोफेसी विकास जांगड़ा न्यूज़लॉन्ड्री पर संदीप दीक्षित का इंटरव्यूअतुल चौरसिया नेतन एंडरसन का लेटर ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: आशीष आनंदएनएल चर्चा 352: केनेडी की रिलीज पर रुकावट, बढ़ती मजहबी नफरत और भोपाल में जहरीले कचरे का निपटान
01:51:07|इस हफ्ते फिल्मकार अनुराग कश्यप द्वारा अपनी फिल्म केनेडी के भारत में रिलीज़ न होने को लेकर दिए बयान, भोपाल गैस त्रासदी के 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड के पुराने संयत्र से लगभग 337 टन ज़हरीले कचरे के निपटारे संबंधी आदेशों और मॉब लिचिंग एवं नफरती राजनैतिक भाषणों पर चर्चा हुई. इसके अलावा इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़, भारत सरकार द्वारा सुशासन सूचकांक 2023 को नहीं जारी करने का फैसल आदि ख़बरें भी हफ्तेभर तक चर्चा का विषय रहीं. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार अजय ब्रह्मात्ज और हृदयेश जोशी ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “सेंसर बोर्ड जिसका काम सर्टिफिकेट देना है, अब वह सेंसरशिप करने लगा है. अनुराग कश्यप के साथ जो हो रहा है, क्या यह इसी का विस्तार है या यह मुद्दा कुछ और है?”इस मुद्दे पर अजय कहते हैं, “केनेडी, अनुराग की एक अच्छी फिल्म है. लेकिन इस फिल्म के कॉपीराइट्स जिसने खरीद लिए हैं, उसे लग रहा है कि यह फिल्म बाजार में जाने लायक नहीं है. चूंकि दर्शक मिलने का पैमाना आजकल पुष्पा-2 जैसी फिल्मों ने तय किया है. इससे स्वतंत्र सिनेमा को नुकसान हुआ है.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और 5:30 - सुर्खियां17:10 - अनुराग कश्यप की फिल्म केनेडी पर चर्चा50:30 - सब्सक्राइबर्स के पत्र01:10:33- भोपाल गैस त्रासदी के ज़हरीले कचरे का निपटान01:39:40- सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएअजय ब्रह्मात्ज फिल्म - फूल का छंद यूनुस खान की किताब - उम्मीदों के गीतकार शैलेन्द्र हृदयेश जोशी मनीषा पांडे द्वारा न्यूज़लॉन्ड्री परराजदीप सरदेसाई का इंटरव्यू संदीप भूषण की किताब - द इंडियन न्यूज़रूम शार्दूल कात्यायन फिल्म - नोस्फेरातू द अटलांटिक पर अपूर्वा मंडावेली का लेख ऑस्कर वाइल्ड की किताब - ओनली डल पीपल आर ब्रिलियंट एट ब्रेकफास्ट जामिया नगर की एक दुकान मगधी बड्स विकास जांगड़ा फिल्म - गर्ल्स विल बी गर्ल्स अतुल चौरसिया टीवी सीरीज़ -चर्नोबिल ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: आशीष आनंदएनएल चर्चा 351: बस यादों में रह गए मनमोहन सिंह और साल 2024
01:48:21|न्यूज़लॉन्ड्री हिंदी के साप्ताहिक पॉडकास्ट एनएल चर्चा का ये साल का आखिरी एपिसोड है. इसे और खास बनाने के लिए इस बार हमारे प्रिय श्रोता भी जुड़े. चर्चा में शामिल मेहमानों ने मुद्दों पर तो बात की ही साथ ही श्रोताओं के सवालों और पत्रों का भी जवाब दिया. इस हफ्ते चर्चा में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन और सालभर की महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाओं पर बातचीत हुई. इसके अलावा पाकिस्तान का अफ़ग़ानिस्तान पर हवाई हमला, लॉटरी किंग मार्टिन की ईडी द्वारा ज़ब्त डिवाइसेज़ का डाटा कॉपी करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट की रोक, खजुराहों में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा तीन नदियों को जोड़ने वाले प्रोजेक्ट का शिलान्यास, मनु भाकर का नाम राष्ट्रीय पुरस्कारों की सूची में शामिल नहीं होने, दिल्ली पुलिस का दावा- अवैध रूप से दिल्ली में रहने वाले बांग्लादेशियों की हुई पहचान और दिल्ली सरकार द्वारा स्कूलों में पढ़ने वाले अवैध बांग्लादेशियों के बच्चों की पहचान कर सूची तैयारी करने के निर्देश जैसी ख़बरें भी चर्चा का विषय रहींइस बार चर्चा में आपके प्रिय और शो के नियमित होस्ट अतुल चौरसिया के अलावा बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा और हृदयेश जोशी शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से शार्दूल कात्यायन ने भाग लिया. चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “मनमोहन सिंह को याद करने की बहुत सारी वजहें हैं. हिन्दुस्तान की राजनीति और समाज का महत्वपूर्ण एक पड़ाव 90 का दशक है. एक तरफ मंडल था, मंदिर था और दूसरी तरफ मार्किट. मार्केिट के अगुआ मनमोहन सिंह थे. दूसरा दौर, जब वे दस साल तक प्रधानमंत्री के रूप में काबिज रहे. जिसमें अलग- अलग लोग उन्हें अलग-अलग तरह से देख रहे हैं.”मनमोहन सिंह को लेकर हृदयेश जोशी कहते हैं, “भारत का जो आर्थिक परिदृश्य है उसमें उनकी छाप थी. 1991 आते-आते वे एक बहुत ही पके हुए प्रशासक बन चुके थे. भले उन्हें एक एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर कहा जाने लग लेकिन उन्हें बेहद क़रीब से कवर करने पर मैं कह सकता हूं कि वे एक मंझे हुए राजनेता भी थे.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और सुर्खियां16:40 - प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का सफर 1:08:00 - साल 2024 में हुए राजनीतिक बदलाव 01:22:04- सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएहृदयेश जोशी फिल्म - इनसाइड जॉब मनमोहन सिंह की बायोग्राफी - स्ट्रिक्टली पर्सनल स्मिता शर्मा श्याम बेनेगल पर लेख फिल्म - ब्रेड एंड रोज़ेज़ शार्दूल कात्यायन फिल्म- सूरज का सातवां घोडामानव कौल की किताब - प्रेम कबूतर फिल्म - द ग्रे अतुल चौरसिया श्याम बेनेगल की सीरीज - भारत एक खोज श्याम बेनेगल की सीरीज- संविधानट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: आशीष आनंदछोटी चर्चा Charcha 350
14:00|इस हफ्ते संसद में हुए बवाल संसद परिसर में हुई सांसदों के बीच कथित धक्का-मुक्की के अलावा भारतीय संविधान की 75 वर्षों की यात्रा पर चर्चा समेत डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर अमित शाह के दिए बयान के बाद उठे बवाल पर विस्तार से बात हुई.इसके अलावा संसद में एक राष्ट्र, एक चुनाव विधेयक प्रस्तुत करने के दौरान व्हिप जारी होने का बावजूद अनुपस्थित रहे बीजेपी के 20 सांसद, उमर खालिद को एक शादी में शामिल होने के लिए सात दिन की ज़मानत, यूपी सरकार की मीडिया संस्थानों को कुंभ को लेकर 70 विषयों पर सकारात्मक कवरेज करने की अपील, और फिर से खराब श्रेणी में पहुंची दिल्ली-एनसीआर की हवा आदि ख़बरें चर्चा का विषय बनी रहीं. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार रूही तिवारी और हृदयेश जोशी ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रधान संपादक रमन किरपाल और स्तंभकार आनंद वर्धन शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.सुनिए