Share
NL Charcha
एनएल चर्चा 325: असम में बाढ़, दिल्ली में बारिश और लोकसभा में ओम बिरला
इस हफ्ते असम में आई बाढ़, दिल्ली में हुई बारिश और 18वीं लोकसभा के पहले सत्र पर विस्तार से चर्चा हुई. इसके अलावा इस हफ्ते की प्रमुख ख़बरों में नीट मामले में सीबीआई द्वारा दो लोगों की गिरफ़्तारी, सीबीआई ने एक्साइज पॉलिसी मामले में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी, अट्ठारहवीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत, ओम बिरला फिर चुने गए लोकसभा अध्यक्ष और राहुल गांधी बने विपक्ष के नेता आदि खबरें भी चर्चा में रहीं.
इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा, ईश्वर और अमित कुमार ने शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रबंध संपादक रमन किरपाल ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन विकास जांगड़ा ने किया.चर्चा का संचालन करते हुए विकास कहते हैं, “संसद का सत्र शुरू हो चुका है, ओम बिरला फिर से अध्यक्ष चुन लिए गए, दस साल बाद हमने देखा कि विपक्ष का नेता भी है लेकिन जैसे ही सत्र शुरू हुआ सोमवार तक के लिए स्थगित भी हो गया.”
स्मिता इस विषय पर अपने विचार रखते हुए कहती हैं, “विपक्ष का रुख़ इस बार ज़्यादा आक्रामक होगा, वहीं ओम बिरला जी को नॉमिनेट करने के कई निहितार्थ हैं. यह वही अध्यक्ष हैं जिनके रहते 150 सांसदों का निलंबन हुआ. वहीं, पीएम मोदी ने कैबिनेट के चेहरों में भी कोई खास बदलाव नहीं किया. वह संदेश देना चाहते हैं कि कुछ नहीं बदला है.”सुनिए पूरी चर्चा -
टाइम कोड्स
00 - 02:25 - इंट्रो एवं ज़रूरी सूचना
02:30 - 04:28 - सुर्खियां
04:30 - 35:35 - असम में बाढ़ से बिगड़े हालात 35:36 - 01:04:46 - संसद का नया सत्र
01:04:46 - सलाह और सुझाव
पत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाए
स्मिता शर्मा
संकर्षण ठाकुर का लेख - शैडोई विक्टिमहुड: इंदिरा फाइंड्स रिफ्लेक्शन इन नरेंद्र मोदी
ईश्वर
वेब सीरीज - मामला लीगल है
अमित कुमार
डॉली किकॉन किताब - लिविंग विद आयल एंड कोल
रमन किरपाल
फिल्म - महाराज
विकास जांगड़ा
फिल्म - महाराज
असम में बाढ़ के इतिहास पर लेख
ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमा
प्रोड्यूसर: आशीष आनंद
एडिटिंग: उमराव सिंह
More episodes
View all episodes
एनएल चर्चा 353: वोटर लिस्ट की गड़बड़ियां और आप-भाजपा की जुबानी जंग
01:45:59|इस हफ्ते मतदाता सूची से नाम हटाए जाने को लेकर न्यूज़लॉन्ड्री की रिपोर्टर सुमेधा मित्तल की पड़ताल और दिल्ली में चुनावों के मद्देनज़र आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच शुरू हुई ज़ुबानी जंग को लेकर विस्तृत बातचीत हुईइसके अलावा तिरुपति में स्वामी वेंकेटेश्वर महाराज मंदिर में कार्यक्रम के लिए टिकट खरीदने की भगदड़ में छः दर्शनार्थियों की मौत, छत्तीसगढ़ में 32 वर्षीय मुकेश चंद्राकर की हत्या, चुनाव आयोग ने दिल्ली चुनावों की घोषणा की 5 फ़रवरी को होगा मतदान, भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी द्वारा कालका जी की सड़कों की बात करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पर अभद्र टिप्पणी आदि ख़बरें भी हफ्तेभर तक चर्चा का विषय रहीं. हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रधान संपादक रमन किरपाल, सह संपादक शार्दूल कात्यायन और रिपोर्टर सुमेधा मित्तल शामिल हुईं. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और जरूरी सूचना16:50 - सुर्खियां25:40 - मुकेश चंद्राकर की हत्या 44:30 - दिल्ली में चुनावी जंग 01:15:33- सुमेधा मित्तल की रिपोर्ट्स 01:38:40- सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएस्मिता शर्मासुमेधा मित्तल की रिपोर्टिंग सीरीज- ब्रोकन बैलटकनाडा का पूर्व हाईकमिश्नर विकास स्वरुप के साथ बातचीतशार्दूल कात्यायनमुकेश चंद्राकर पर प्रतीक गोयल की रिपोर्टवसीम बरेलवी की किताब - मौसम अंदर बाहर केफिल्म- लम्हेरमन किरपालमुकेश चंद्राकर पर प्रतीक गोयल की रिपोर्टसुमेधा मित्तल की रिपोर्टिंग सीरीज- ब्रोकन बैलटन्यूज़लॉन्ड्री कीवायु प्रदूषण कैंपेनसुमेधा मित्तल कारवां पर सागर का लेखन्यूज़लॉन्ड्री कोसब्सक्राइब करे अतुल चौरसिया डॉक्यूमेंट्री - शुगरकेन ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: आशीष आनंदएनएल चर्चा 352: केनेडी की रिलीज पर रुकावट, बढ़ती मजहबी नफरत और भोपाल में जहरीले कचरे का निपटान
01:51:07|इस हफ्ते फिल्मकार अनुराग कश्यप द्वारा अपनी फिल्म केनेडी के भारत में रिलीज़ न होने को लेकर दिए बयान, भोपाल गैस त्रासदी के 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड के पुराने संयत्र से लगभग 337 टन ज़हरीले कचरे के निपटारे संबंधी आदेशों और मॉब लिचिंग एवं नफरती राजनैतिक भाषणों पर चर्चा हुई. इसके अलावा इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़, भारत सरकार द्वारा सुशासन सूचकांक 2023 को नहीं जारी करने का फैसल आदि ख़बरें भी हफ्तेभर तक चर्चा का विषय रहीं. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार अजय ब्रह्मात्ज और हृदयेश जोशी ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “सेंसर बोर्ड जिसका काम सर्टिफिकेट देना है, अब वह सेंसरशिप करने लगा है. अनुराग कश्यप के साथ जो हो रहा है, क्या यह इसी का विस्तार है या यह मुद्दा कुछ और है?”इस मुद्दे पर अजय कहते हैं, “केनेडी, अनुराग की एक अच्छी फिल्म है. लेकिन इस फिल्म के कॉपीराइट्स जिसने खरीद लिए हैं, उसे लग रहा है कि यह फिल्म बाजार में जाने लायक नहीं है. चूंकि दर्शक मिलने का पैमाना आजकल पुष्पा-2 जैसी फिल्मों ने तय किया है. इससे स्वतंत्र सिनेमा को नुकसान हुआ है.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और 5:30 - सुर्खियां17:10 - अनुराग कश्यप की फिल्म केनेडी पर चर्चा50:30 - सब्सक्राइबर्स के पत्र01:10:33- भोपाल गैस त्रासदी के ज़हरीले कचरे का निपटान01:39:40- सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएअजय ब्रह्मात्ज फिल्म - फूल का छंद यूनुस खान की किताब - उम्मीदों के गीतकार शैलेन्द्र हृदयेश जोशी मनीषा पांडे द्वारा न्यूज़लॉन्ड्री परराजदीप सरदेसाई का इंटरव्यू संदीप भूषण की किताब - द इंडियन न्यूज़रूम शार्दूल कात्यायन फिल्म - नोस्फेरातू द अटलांटिक पर अपूर्वा मंडावेली का लेख ऑस्कर वाइल्ड की किताब - ओनली डल पीपल आर ब्रिलियंट एट ब्रेकफास्ट जामिया नगर की एक दुकान मगधी बड्स विकास जांगड़ा फिल्म - गर्ल्स विल बी गर्ल्स अतुल चौरसिया टीवी सीरीज़ -चर्नोबिल ट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: आशीष आनंदएनएल चर्चा 351: बस यादों में रह गए मनमोहन सिंह और साल 2024
01:48:21|न्यूज़लॉन्ड्री हिंदी के साप्ताहिक पॉडकास्ट एनएल चर्चा का ये साल का आखिरी एपिसोड है. इसे और खास बनाने के लिए इस बार हमारे प्रिय श्रोता भी जुड़े. चर्चा में शामिल मेहमानों ने मुद्दों पर तो बात की ही साथ ही श्रोताओं के सवालों और पत्रों का भी जवाब दिया. इस हफ्ते चर्चा में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन और सालभर की महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाओं पर बातचीत हुई. इसके अलावा पाकिस्तान का अफ़ग़ानिस्तान पर हवाई हमला, लॉटरी किंग मार्टिन की ईडी द्वारा ज़ब्त डिवाइसेज़ का डाटा कॉपी करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट की रोक, खजुराहों में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा तीन नदियों को जोड़ने वाले प्रोजेक्ट का शिलान्यास, मनु भाकर का नाम राष्ट्रीय पुरस्कारों की सूची में शामिल नहीं होने, दिल्ली पुलिस का दावा- अवैध रूप से दिल्ली में रहने वाले बांग्लादेशियों की हुई पहचान और दिल्ली सरकार द्वारा स्कूलों में पढ़ने वाले अवैध बांग्लादेशियों के बच्चों की पहचान कर सूची तैयारी करने के निर्देश जैसी ख़बरें भी चर्चा का विषय रहींइस बार चर्चा में आपके प्रिय और शो के नियमित होस्ट अतुल चौरसिया के अलावा बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा और हृदयेश जोशी शामिल हुए. न्यूज़लॉन्ड्री टीम से शार्दूल कात्यायन ने भाग लिया. चर्चा की शुरुआत करते हुए अतुल कहते हैं, “मनमोहन सिंह को याद करने की बहुत सारी वजहें हैं. हिन्दुस्तान की राजनीति और समाज का महत्वपूर्ण एक पड़ाव 90 का दशक है. एक तरफ मंडल था, मंदिर था और दूसरी तरफ मार्किट. मार्केिट के अगुआ मनमोहन सिंह थे. दूसरा दौर, जब वे दस साल तक प्रधानमंत्री के रूप में काबिज रहे. जिसमें अलग- अलग लोग उन्हें अलग-अलग तरह से देख रहे हैं.”मनमोहन सिंह को लेकर हृदयेश जोशी कहते हैं, “भारत का जो आर्थिक परिदृश्य है उसमें उनकी छाप थी. 1991 आते-आते वे एक बहुत ही पके हुए प्रशासक बन चुके थे. भले उन्हें एक एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर कहा जाने लग लेकिन उन्हें बेहद क़रीब से कवर करने पर मैं कह सकता हूं कि वे एक मंझे हुए राजनेता भी थे.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइमकोड्स00:00 - इंट्रो और सुर्खियां16:40 - प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का सफर 1:08:00 - साल 2024 में हुए राजनीतिक बदलाव 01:22:04- सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएहृदयेश जोशी फिल्म - इनसाइड जॉब मनमोहन सिंह की बायोग्राफी - स्ट्रिक्टली पर्सनल स्मिता शर्मा श्याम बेनेगल पर लेख फिल्म - ब्रेड एंड रोज़ेज़ शार्दूल कात्यायन फिल्म- सूरज का सातवां घोडामानव कौल की किताब - प्रेम कबूतर फिल्म - द ग्रे अतुल चौरसिया श्याम बेनेगल की सीरीज - भारत एक खोज श्याम बेनेगल की सीरीज- संविधानट्रांसक्रिप्शन: तस्नीम फातिमाप्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: आशीष आनंदछोटी चर्चा Charcha 350
14:00|इस हफ्ते संसद में हुए बवाल संसद परिसर में हुई सांसदों के बीच कथित धक्का-मुक्की के अलावा भारतीय संविधान की 75 वर्षों की यात्रा पर चर्चा समेत डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर अमित शाह के दिए बयान के बाद उठे बवाल पर विस्तार से बात हुई.इसके अलावा संसद में एक राष्ट्र, एक चुनाव विधेयक प्रस्तुत करने के दौरान व्हिप जारी होने का बावजूद अनुपस्थित रहे बीजेपी के 20 सांसद, उमर खालिद को एक शादी में शामिल होने के लिए सात दिन की ज़मानत, यूपी सरकार की मीडिया संस्थानों को कुंभ को लेकर 70 विषयों पर सकारात्मक कवरेज करने की अपील, और फिर से खराब श्रेणी में पहुंची दिल्ली-एनसीआर की हवा आदि ख़बरें चर्चा का विषय बनी रहीं. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार रूही तिवारी और हृदयेश जोशी ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रधान संपादक रमन किरपाल और स्तंभकार आनंद वर्धन शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.सुनिएछोटी चर्चा Charcha 349
14:45|इस हफ्ते सीरिया में विद्रोह के बाद राष्ट्रपति बशर अल असद के देश छोड़कर भागने के बाद उपजे हालातों, इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश शेखर कुमार यादव के विवादित भाषण, इंडिया ब्लॉक की पार्टियों के बीच नेतृत्व को लेकर उठी चर्चा और बेंगलुरू के एआई इंजीनियर अतुल सुभाष के खुदकुशी करने के बाद दहेज क़ानून के दुरुपयोग को लेकर उठे सवालों पर विस्तार से बात हुई.इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह-संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.सुनिएछोटी चर्चा Charcha 348
16:02|इस हफ्ते स्वर्ण मंदिर के बाहर पंजाब के शिरोमणि अकाली दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर हुए हमले और कॉप29 संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन 2024 को लेकर विस्तार से बात हुई.इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान आईजीएसटी की डायरेक्टर ज़रीन ओशो, वरिष्ठ पत्रकार हृदयेश जोशी और शिव इन्दर सिंह ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह-संपादक शार्दूल कात्यायन और स्तंभकार आनंद वर्धन चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.सुनिए...छोटी चर्चा Charcha 347
15:44|इस हफ्ते संभल में हुई हिंसा और शाही जामा मस्जिद विवाद को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा नतीजों और संविधान की प्रस्तावना में शामिल समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष शब्द को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी बात हुई. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान सुप्रीम कोर्ट के वकील संतोष पॉल और वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह-संपादक शार्दूल कात्यायन और अवधेश कुमार चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.छोटी चर्चा Charcha 346
15:42|इस हफ्ते गौतम अडाणी के खिलाफ अमेरिकी अदालत में चलाए गए अभियोग और उत्तर प्रदेश उपचुनाव विवाद को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार रवि नायर और हृदयेश जोशी ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और आनंदवर्धन चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.छोटी चर्चा Episode 345
14:14|इस हफ्ते महाराष्ट्र में चल रहे चुनावों के बीच एनसीपी के नेता अजित पवार के बयान के बाद उठे विवाद को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. अजित पवार ने दावा किया कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए जो बैठक हुई उसमें गौतम अडाणी मौजूद थे. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा बुलडोजर के जरिए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों को लेकर भी बातचीत हुई.इस हफ्ते चर्चा में बतौर मेहमान वरिष्ठ पत्रकार समीर चौगांवकर और सुप्रीम कोर्ट के वकील संजय हेगड़े ने हिस्सा लिया. वहीं, न्यूज़लॉन्ड्री टीम से सह संपादक शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा चर्चा में शामिल हुए. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.