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cover art for एनएल चर्चा 115: विशाखापट्टनम में गैस रिसाव और मजदूरों से वसूला गया ट्रेन का किराया

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एनएल चर्चा 115: विशाखापट्टनम में गैस रिसाव और मजदूरों से वसूला गया ट्रेन का किराया

एनएल चर्चा के 115वें एपिसोड में विशाखापट्ट्नम में जहरीली गैस के रिसाव से हुई मौत, पुलित्जर अवार्ड पर हुआ विवाद, मजदूरों के लिए चलाई गई ट्रेनों में टिकट वसूला गया, और लॉकडाउन में खुली शराब की दुकान जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई. इस बार चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार निवेदिता खांडेकर, शार्दूल कात्यायन और न्यूज़लॉन्ड्री के एसोसिएट एडिटर मेघनाथ एस शामिल हुए. चर्चा का संलाचन न्यूज़लॉन्ड्री के कार्यकारी संपादक अतुल चौरसिया ने किया.

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  • एनएल चर्चा 314: चुनावी माहौल के बीच जनता की खामोशी और सुप्रीम कोर्ट की तीखी टिप्पणियां

    01:44:14
    इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय सुप्रीम कोर्ट द्वारा ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (सोन चिड़िया) से जुड़े एक मामले में टिप्पणी करते हुए कहना कि साफ और स्वच्छ पर्यावरण जीने के मूल अधिकार के बराबर ही है. इसके अलावा लोकसभा चुनावों के बीच विपक्षी दलों पर कार्रवाई और जनता के मूड पर विस्तार से चर्चा हुई. इस हफ्ते चर्चा में अशोका यूनिवर्सिटी में मीडिया विभाग की प्रोफेसर माया मीरचंदानी शामिल हुईं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से हृदयेश जोशी, स्तंभकार आनंद वर्धन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन पॉडकास्ट हैड शार्दूल कात्यायन ने किया.चर्चा की शुरुआत में शार्दूल सवाल करते हैं, “क्या सुप्रीम कोर्ट के ऐसा कहने के बाद लोगों के परिदृश्य में थोड़ा परिवर्तन आएगा?”इसके जवाब में हृदयेश जोशी कहते हैं, “जब हम पर्यावरण की बात करते हैं और जब हम जलवायु परिवर्तन की बात करते हैं. दोनों बातें एक साथ होते हुए भी थोड़ी अलग हैं क्योंकि जलवायु परिवर्तन एक लंबे समय तक के परिवर्तन होते हैं. पर्यावरण एक बहुत बड़ी संपत्ति है. कई बार हमें लगता है कि हमारी जीडीपी तो जोर-शोर से आगे बढ़ रही है लेकिन अगर हम पर्यावरण को खत्म कर देंगे तो जीडीपी ताश पत्तों की तरह गिर जाएगी.” सुनिए पूरी चर्चा-टाइम कोड्स00 - 02:25 - इंट्रो02:26 - 08:25 - सुर्खियां08:26 - 10:05 - जरूरी सूचना10:06 - 51:46 - सोन चिड़िया के मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला  51:47 - 53:26 - सब्सक्राइबर्स के मेल53: 27 - 1:37:55 - विपक्षी दलों एवं नेताओं पर कार्रवाई के बीच लोकसभा चुनाव में जनता का मिज़ाज 1:37:56 - 1:44:14 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएमाया मीरचंदानीव्हिटनी फिलिप्स का लेखजान वर्नर मुलर की किताब- व्हाट इज पॉपुलिज़्मकुनाल पुरोहित की किताब- एच-पॉप: द सीक्रेटिव वर्ल्ड ऑफ हिंदुत्व पॉप स्टार्सन्यूज़लॉन्ड्री परटीवी न्यूसेंस  आनंद वर्धनसूर्यकांत त्रिपाठी निराला की कविता विकास जांगड़ान्यूज़लॉन्ड्री पर आया राम गया राम रिपोर्ट्स की सीरीज- हिंद और अंग्रेजीचुनाव आयुक्त अशोक लवासा का इंटरव्यूशार्दूल कात्यायनन्यूज़लॉन्ड्री पर एक और चुनावी शो-हिंदी और अंग्रेजीशिवनारायण राजपुरोहित की रिपोर्टगेम- ब्लड एंड बोन ट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधरी प्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: उमराव सिंह
  • एनएल चर्चा 313: पलटीमार नेता और बोलता हिंदुस्तान का यूट्यूब चैनल बंद

    01:37:41
    इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के निर्देश के बाद यूट्यूब ने बोलता हिंदुस्तान का यूट्यूब चैनल किया बंद और चुनावी मौसम में नेताओं के पार्टी बदलने की प्रक्रिया हुई तेज आदि रहे. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को आबकारी नीति मामले में आप सांसद संजय सिंह को जमानत दी, ताइवान में बुधवार को भूकंप के कारण 10 की मौत व 1000 से अधिक घायल, ओलंपियन मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ भाजपा की सदस्यता ली, कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ पार्टी छोड़ भाजपा में हुए शामिल, कांग्रेस ने मुंबई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय निरुपम को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चुनावी मौसम में तमिल चैनल थांथी टीवी को अपना पहला इंटरव्यू दिया और लोकसभा चुनाव की तैयारी के बीच चुनाव आयोग ने मंगलवार को 17 सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारियों 8 राज्यों में विशेष समीक्षक के रूप में तैनात किया आदि ख़बरें भी हफ्ते भर की सुर्खियों में शामिल रहीं.वहीं, इस हफ्ते चर्चा में अंतरराष्ट्रीय मामलों की जानकार स्मिता शर्मा, सुहि सवेर के मुख्य संपादक शिव इंदर सिंह और बोलता हिंदुस्तान के संपादक समर राज शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से शार्दूल कात्यायन और अवधेश कुमार ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.सुनिए पूरी चर्चा-टाइम कोड्स00 - 04:21 - इंट्रो और जरूरी सूचना04:22 - 23:46 - सुर्खियां23:47 - 41:04 - सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के निर्देश के बाद यूट्यूब ने बंद किया बोलता हिंदुस्तान का चैनल41:05 - 1:22:43 - चुनावी मौसम में नेताओं का दल बदल जारी1:22:44 - 1:28:35 - सब्सक्राइबर्स के मेल1:28:36 - 1:37:41 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएस्मिता शर्माफॉरेन अफेयर्स पर रोहन मुखर्जी का लेखनेटफ्लिक्स पर फिल्म- अपकमिंग समरशिव इंदर सिंहइश्तियाक अहमद की किताब- जिन्नाह: हिज सक्सेस, फेलियर्स एंड रोल इन हिस्ट्रीशार्दूल कात्यायनन्यूज़लॉन्ड्री पर माइंड की बात का येपॉडकास्टगार्जियन पर एमेलिया हिल का ऑटिज़्म पर ले पंडित रवि शंकर- राग यमन कल्याण 1974 अवधेश कुमारहार्ट केयर विद डॉ. मनोज कुमार यूट्यूब चैनल पर ये एपिसोडडॉ. शिव कुमार सरीन का इंटरव्यूअतुल चौरसियारस्किन बॉन्ड की किताब- घोस्ट्स स्टोरीज़ फ्रॉम द इंडियन हिल् ट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधुरी प्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: उमराव सिंह
  • एनएल चर्चा 312: कंगना रनौत- ममता बनर्जी पर अभद्र टिप्पणी और मुख्तार अंसारी की मौत

    01:43:23
    इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषयोंं में अभिनेत्री कंगना रनौत और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर अभद्र टिप्पणी के लिए कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत व भाजपा नेता दिलीप घोष को चुनाव आयोग की ओर से जारी किया गया नोटिस और भारतीय लोकतंत्र का नया सूचकांक बनाने पर विचार कर रही सरकार ने इसके लिए ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन को संपर्क किया आदि रहे.इसके अलावा बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत, कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर फिर से टैक्स टेररिज्म का आरोप लगाया, आबकारी नीति मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिमांड की अवधि 1 अप्रैल तक बढ़ाई, आबकारी नीति मामले में ईडी ने पूछताछ के लिए आम आदमी पार्टी के गोवा प्रमुख अमित पालेकर को नोटिस जारी किया, बिहार में आरजेडी व कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे पर अटकी बात और ईडी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) उल्लंघन मामले में तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा को नोटिस जारी किया आदि ख़बरें भी हफ्ते भर की सुर्खियों में शामिल रहीं.इस हफ्ते चर्चा में नेत्री फाउंडेशन की संस्थापक कांक्षी अग्रवाल शामिल हुईं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री से मनीषा पांडे, हृदयेश जोशी और आनंद वर्धन ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.सुनिए पूरी चर्चा-टाइम कोड्स00 - 04:12 - इंट्रो और जरूरी सूचना04:13 - 21:37 - सुर्खियां21:38 - 54:56 - कंगना रनौत और ममता बनर्जी पर आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए सुप्रिया श्रीनेत व दिलीप घोष को चुनाव आयोग ने जारी किया नोटिस54:57 - 1:08:32 - दर्शकों के सवाल-जवाब1:08:33 - 1:18:20 - सब्सक्राइबर्स के मेल 1:18:21 - 1:32:12 - लोकतंत्र का नया सूचकांक बनाने पर विचार कर रही भारत सरकार1:32:13 - 1:43:23 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएमनीषा पांडे समर्थ बंसल का एक्सप्लेनर कांक्षी अग्रवालफिल्म- लापता लेडीजआनंद वर्धऩइप्शिता नाथ की किताब- मेमसाहिब्स:ब्रिटिश वुमन इन कोलोनियल इंडियाडेविड लीन की फिल्म- लॉरेंस ऑफ अरेबियाहृदयेश जोशीडेविड लीन की फिल्म- लॉरेंस ऑफ अरेबियाअतुल चौरसिया हृदयेश जोशी की डॉक्यूमेंट्रीनेटफ्लिक्स पर फिल्म- ऐ वतन मेरे वतन  ट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधुरी प्रोड्यूसर: आशीष आनंद एडिटिंग: उमराव सिंह
  • एनएल चर्चा 311: अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी, सोनम वांगचुक का अनशन और आम चुनाव

    01:41:30
    इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर पर्यावरणविद सोनम वांगचुक का आमरण अनशन और आबकारी नीति मामले में गुरुवार रात ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करना आदि रहे.इस हफ्ते चर्चा में न्यूज़क्लिक से वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह और वरिष्ठ पत्रकार राजेश जोशी शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से शार्दूल कात्यायन और विकास जांगड़ा ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किय. अतुल सवाल करते हैं, “ क्या ये सब आनन-फानन में सिर्फ इसलिए किया गया ताकि हैडलाइन मैनेज किया जा सके और सरकार के खिलाफ जितनी भी ख़बरें हैं, जो उसकी छवि को खराब करती हैं, उससे लोगों का का ध्यान बंट जाए?”इसके जवाब में राजेश जोशी कहते हैं, “हेडलाइन मैनेजमेंट कहें या मीडिया मैनेजमें, इसमें मोदी सरकार को महारत हासिल है. हालांकि, हर सरकार ऐसा करना चाहती है."सुनिए पूरी चर्चा-टाइम कोड्स00- 03:36 - इंट्रो और जरूरी सूचना03:37 - 23:09 - पर्यावरणविद सोनम वांगचुक का आमरण अनशन23:10 - 33:01 - सुर्खियां33:02 - 1:24:00 - ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी1:24:01 - 1:30:36 - सब्सक्राइबर्स के मेल1:30:37 - 1:41:30 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएशार्दूल कात्यायनन्यूज़लॉन्ड्री पर श्वेता देसाई कीरिपोर्टटीवी सीरीज- द सिनरहरिशंकर परसाई का व्यंग्य  विकास जांगड़नेटफ्लिक्स पर सीरीज- हाउस ऑफ कार्ड्सराजेश जोशीद रिपोर्टर्स कलेक्टिव की रिपोर्ट और इलेक्टोरल बॉन्ड पर सीरीजभाषा सिंहमोहम्मद आमिर खान की किताब- आतंकवादी का फ़र्ज़ी ठप्पसुधा भारद्वाज की किताब- फ्रॉम फांसी यार्डडॉक्यूमेंट्री- डेजा वू अतुल चौरसिया न्यूज़लॉन्ड्री पर इलेक्टोरल बॉन्ड कीसीरीजनेटफ्लिक्स पर सीरीज- करी एन्ड साइनाइड: द जॉली जोसफ केसट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधुरीप्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: उमराव सिंह
  • एनएल चर्चा 310: हरियाणा में मुख्यमंत्री परिवर्तन और इलेक्टोरल बॉन्ड का डाटा सार्वजनिक

    01:18:32
    इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय हरियाणा में नायब सिंह सैनी बने नए मुख्यमंत्री, चुनाव आयोग ने सार्वजनिक किया इलेक्टोरल बॉन्ड का डाटा और पूर्व आईएएस ज्ञानेश कुमार और सुखबीर संधू बने नए चुनाव आयुक्त आदि रहे.इसके अलावा केंद्र सरकार ने द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू करने की घोषणा, एक देश-एक चुनाव पर विचार के लिए बनाई गई पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली कमेटी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपनी रिपोर्ट सौंपना और सरकार द्वारा यूएपीए के तहत जम्मू-कश्मीर नेशनल फ्रंट पर पांच वर्ष का प्रतिबंध लगाना आदि ख़बरें भी हफ्तेभर की सुर्खियों में शामिल रहीं.इस हफ्ते चर्चा में बीबीसी की डिजिटल वीडियो संपादक सर्वप्रिया सांगवान शामिल हुईं. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से रमन किरपाल, स्तंभकार आनंद वर्धन और हृदयेश जोशी ने हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा के प्रमुख विषय चुनाव आयोग द्वारा इलेक्टोरल बॉन्ड का डाटा अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक किए जाने और न्यूज़लॉन्ड्री के भी इसपर रिपोर्ट किए जाने को लेकर अतुल सवाल करते हैं, “अभी जो भी जानकारी सामने आई है उसमें क्या महत्वपूर्ण चीजें आपको दिखीं?”इसके जवाब में रमन किरपाल कहते हैं, “बीजेपी की सरकार चुनावी चंदे के लिए एक ऐसी योजना लेकर आई जिसमें पारदर्शिता बिल्कुल नहीं थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब चंदे का डाटा सार्वजनिक हुआ है. आयोग द्वारा जारी किए गए डाटा में हम इस चीज के संकेत खोजने की कोशिश कर रहे हैं कि ईडी और आईटी के छापे के बाद किन कंपनियों ने दान देना शुरू किया. इस डाटा में बड़ी-बड़ी फार्मा, इंफ्रा और माइनिंग कंपनियां हैं. जो सरकार के साथ सौदा करती हैं और उन्हें कई प्रोजेक्ट्स मिलते हैं.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइम कोड्स00 - 5:29 - इंट्रो और जरूरी सूचना05:30 - 19:40 - नायब सिंह सैनी बने हरियाणा के नए मुख्यमंत्री19:41 - 24:28 - सुर्खियां24:29 - 1:12:13 - चुनाव आयोग ने सार्वजनिक किया इलेक्टोरल बॉन्ड का डाटा और नए चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति1:12:14 - 1:18:32 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएहृदयेश जोशीइंडियन एक्सप्रेस में फिल्म ‘आलम आरा’ पर संपदा शर्मा का लेख आनंद वर्धनकिताब- द ऑक्सफोर्ड कम्पैनियन टू पॉलिटिक्स इन इंडियासर्वप्रिया सांगवाननेटफ्लिक्स पर डॉक्यूमेंट्री- द मिनिमलिस्ट्स रमन किरपालन्यूज़लॉन्ड्री पर इलेक्टोरल बॉन्ड और राजनीतिक फंडिंग से जुड़रिपोर्ट्सनेटफ्लिक्स पर डॉक्यूमेंट्री- टू किल ए टाइगरअतुल चौरसिया न्यूज़लॉन्ड्री पर इलेक्टोरल बॉन्ड और राजनीतिक फंडिंग से जुड़ी सीरनेटफ्लिक्स पर डॉक्यूमेंट्री- स्पाई ऑप्सट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधुरीप्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: उमराव सिंह
  • एनएल चर्चा 309: स्पेनिश महिला से गैंगरेप और इलेक्टोरल बॉण्ड पर एसबीआई की टालमटोल’

    01:19:38
    इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय झारखंड के दुमका जिले में स्पेनिश महिला के साथ मारपीट एवं सामूहिक दुष्कर्म और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी निर्वाचन आयोग को सौंपने के लिए 30 जून तक का समय देने की मांग करना आदि रहे.इसके अलावा ओडिशा में सत्ताधारी बीजू जनता दल फिर से होगा एनडीए में शामिल, माओवाद से संबंध मामले में सजा काट रहे दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा नागपुर जेल से बरी, बीजेपी व कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव से जुड़ी उम्मीदवारों की पहली सूची की जारी, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवार को लेकर साधा निशाना और दिल्ली सरकार ने अपना बजट जारी करते हुए 18 वर्ष से अधिक महिलाओं को एक हजार रुपए प्रति माह की आर्थिक सहायता देने का किया ऐलान आदि ख़बरें भी हफ्तेभर की सुर्खियों में शामिल रहीं.इस हफ्ते चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार एवं द रिपोर्टर्स कलेक्टिव के सदस्य नितिन सेठी एवं तपस्या के अलावा स्वतंत्र पत्रकार रवि प्रकाश शामिल हुए. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा के प्रमुख विषय झारखंड के दुमका जिले में स्पेनिश महिला के साथ मारपीट व सामूहिक दुष्कर्म की घटना को लेकर अतुल सवाल करते हैं, “इस घटनाक्रम को लेकर अभी क्या स्थिति है और पुलिस की भूमिका कितनी साफ सुथरी और नियम कानूनों के तहत देखने को मिली?”इसके जवाब में रवि प्रकाश कहते हैं, “दुमका का यह मामला एक दुर्भाग्य की बात है कि कोई बाहर से घूमने आए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म जैसी वारदात हो जाए. हालांकि, इस घटना के दो दिन बाद ही पुलिस ने इससे जुड़े आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इस बीच एक साहस की बात यह है कि इतना कुछ होने के बाद भी स्पेनिश जोड़े ने अपना विश्व का दौरा रोका नहीं है और अब वो बिहार के रास्ते नेपाल जा चुके हैं. वहीं, गिरफ्तार किए गए लोगों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. झारखंड पुलिस भी जल्दी कार्रवाई इसलिए कर पाई क्योंकि इन (पति-पत्नी) के हेलमेट में लगे ब्लॉगिंग कैमरे में उन लोगों (आरोपियों) की तस्वीर घटना के दौरान कैद हो गई थी.”सुनिए पूरी चर्चा-टाइम कोड्स00 - 04:59 - इंट्रो और जरूरी सूचना05:00 - 18:39 - सुर्खियां18:40 - 47:06 - झारखंड के दुमका जिले में स्पेनिश महिला के साथ मारपीट व सामूहिक दुष्कर्म47:07 - 1:08:49 - इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी साझा करने के लिए एसबीआई ने मांगा जून तक का वक्त 1:08:50 - 1:15:44 - सब्सक्राइबर्स के मेल1:15:45 - 1:19:38 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएरवि प्रकाशझारखंड मामले पर बीबीसी की रिपोर्टनितिन सेठीहरुकी मुराकामी की किताब- मेन विदाउट वुमन  तपस्यानेटफ्लिक्स पर सीरीज- ब्लू आई समुराईएमा की कॉमिक- यू शुड हेव आस्कड अतुल चौरसिया बीबीसी पर शो- कंक ऑन अर्थट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधुरीप्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: उमराव सिंह
  • एनएल चर्चा 308: बेरोजगारी, पेपर लीक और राज्यसभा का चुनावी गणित

    01:27:45
    इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय देश के तीन राज्यों में हुए राज्यसभा चुनाव और बेरोजगारों पर भारी पेपर लीक का मामला रहे. इस हफ्ते देश के तीन राज्यों में राज्यसभा की 15 सीटों के लिए चुनाव हुए, इनमें से 10 सीटें भाजपा को जीतने में सफलता मिली. वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पेपर लीक के बाद 17-18 फरवरी को हुई पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा को रद्द करना आदि मुद्दों ने भी सुर्खियां बटोरी. इस हफ्ते चर्चा में न्यूज़लॉन्ड्री की मैनेजिंग एडिटर मनीषा पांडे, स्तंभकार आनंद वर्धन और पर्यावरण विशेषज्ञ हृदयेश जोशी ने भाग लिया. चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के पॉडकास्ट प्रमुख शार्दूल कात्यायन ने किया. नोट: इस हफ्ते चर्चा पेवॉल के पीछे नहीं है. अपने फेवरेट पॉडकास्ट प्लेटफॉर्म से चर्चा सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें.चर्चा के प्रमुख विषय बेरोजगारी और पेपर लीक को लेकर शार्दूल कात्यायन सवाल करते हैं, “बेरोजगारी की समस्या दिन पर दिन बड़ी होती जा रही है. ऐसे में युवाओं के सामने क्या उपाय हैं?”इसका जवाब देते हुए आनंद वर्धन कहते हैं, “बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है. हालांकि, उसके कारण वो नहीं है, जो मीडिया में गिनाए जाते हैं. उसका स्वरूप काफी अलग है. सरकारी नौकरी में पेपर लीक और नकल होना दो अलग-अलग बातें है. सुनिए पूरी चर्चा-टाइम कोड्स00 - 3:36- इंट्रो और जरूरी सूचना  03:37 - 18:20 - सुर्खियां और उन पर टिप्पणी 18:21 - 45:26 - बेरोजगारी और पेपर लीक पर चर्चा  45:27 - 1:03:21 - रामदेव को सुप्रीम कोर्ट की फटकार   1:03:22 - 1:06:42 - पत्र और उनके जवाब1:06:43 - 1:20:14 - राज्यसभा चुनाव का कठिन गणित 1:20:15- 1:27:45 सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएहृदयेश जोशीस्वाति नारायण की किताब- अनइक्वल आनंद वर्धनपेपर लीक पर इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्टटाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट मनीषा पांडे यूपी में पेपर लीक पर स्क्रॉल की रिपोर्टशार्दूल कात्यायन कोरोनिल पर बसंत कुमार की रिपोर्ट लेट्स टॉक अबाउट का नया एपिसोड: इज़रायल और फिलिस्तीन बर्लिन के पर्यावरण पर डीडब्ल्यू की रिपोर्ट ट्रांसक्रिप्शन: विकास जांगड़ाप्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: उमराव सिंह
  • एनएल चर्चा 307: संदेशखाली की राजनीति, शेख शाहजहां का इतिहास और ‘चंदा वसूली’ का खेल

    01:18:10
    इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय संदेशखाली में बढ़ती राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी और बाहुबली नेता शाहजहां शेख पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप रहे. चुनावी चंदे और केंद्रीय एजेंसियों के छापों पर न्यूज़लॉन्ड्री और द न्यूज़ मिनट की एक्सक्लूसिव इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट को लेकर भी चर्चा हुई.इस हफ्ते चर्चा में अंतरराष्ट्रीय मामलों की जानकार स्मिता शर्मा और स्वतंत्र पत्रकार निलाद्री सरकार शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से प्रतीक गोयल और विकास जांगड़ा ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन शार्दूल कात्यायन ने किया.सुनिए पूरी चर्चा-टाइम कोड्स00 - 02:42 - इंट्रो और जरूरी सूचना02:43 - 15:14 - सुर्खियां15:15 - 52:14 - संदेशखाली और बाहुबली नेता शाहजहां शेख का इतिहास52:15 - 1:09:38 - चुनावी फंडिंग पर न्यूज़लॉन्ड्री और द न्यूज़ मिनट की एक्सक्लूसिव इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट 1:09:39 - 1:18:10 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएनिलाद्री सरकारप्रोफेसर द्वैपायन भट्टाचार्य का लेख  स्मिता शर्मा फॉरेन अफेयर्स पर रामचंद्र गुहा का लेखआर्टिकल 14 पर कमांडर बत्रा का इंटरव्यूनेटफ्लिक्स पर सीरीज- मेमोरीज ऑफ द अलहम्ब्रा प्रतीक गोयलनेटफ्लिक्स पर सीरीज- हाउस ऑफ निंजासविकास जांगड़ानेटफ्लिक्स पर सीरीज- लव, डेथ एंड रोबोट्स न्यूज़लॉन्ड्री की एक्सक्लूसिव इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट-पहला भाग, दूसरा भाग, तीसरा भागशार्दूल कात्यायनन्यूज़लॉन्ड्री पर बसंत कुमा की किसान आंदोलन पर रिपोर्ट्स देखेंद गार्जियन पर फ्रेड हार्टर की रिपोर्टफिल्म- लॉस्ट इन ट्रांसलेशनप्रोड्यूसर: आशीष आनंदट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधुरी एडिटिंग: उमराव सिंह
  • एनएल चर्चा 306: इलेक्टोरल बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट की रोक और किसान आंदोलन 2.0

    01:40:16
    इस हफ्ते चर्चा के प्रमुख विषय सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनावी बॉन्ड को असंवैधानिक करार देकर रद्द करना और एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत कई मांगो को लेकर किसानों के दिल्ली कूच का ऐलान आदि रहे. चर्चा में एडीआर के सह-संस्थापक एवं पूर्व प्रोफेसर जगदीप छोकर शामिल हुए. इसके अलावा न्यूज़लॉन्ड्री टीम से अभिनंदन सेखरी, शार्दूल कात्यायन और हृदयेश जोशी ने चर्चा में हिस्सा लिया. वहीं, चर्चा का संचालन न्यूज़लॉन्ड्री के प्रबंध संपादक अतुल चौरसिया ने किया.चर्चा के प्रमुख विषय सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ द्वारा इलेक्टोरल बॉन्ड को असंवैधानिक करार देने को लेकर अतुल सवाल करते हैं, “चुनाव सुधार का एक बहुत बड़ा मुद्दा है, जो लंबे समय से अटका है, साथ में इस इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए पिछले पांच सालों में जो नुकसान हुआ है क्या उनकी कोई जवाबदेही तय होने का रास्ता इस फैसले में है?”इसके जवाब में जगदीप छोकर कहते हैं, “इस फैसले से जो बदमाशी 2017 में शुरू की गई थी, वो खत्म हो गई है. इसमें सबसे बड़ी खराबी ये थी कि सत्तारूढ़ दल को दूसरे दलों का चंदा बंद करवाने का अच्छा तरीका मिल गया था. दूसरी खराबी ये थी कि जनता को जो सूचना मिलती है, उसको बंद करवा दिया, तो सूचना के अधिकार का भी इसमें उल्लंघन था. फिलहाल, फैसले के बाद ये दोनों खामियां हटा दी गई हैं. क्योंकि इलेक्टोरल बॉन्ड ऐसे ही चलते रहते तो देश में एक ही पार्टी का राज रह जाता. ये लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ा खतरा था. मुझे ये शांति है कि फिलहाल वो खतरा टल गया है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हमारा लोकतंत्र बड़ा अच्छा हो गया हैसुनिए पूरी चर्चा-टाइम कोड्स00 - 05:03 - इंट्रो और जरूरी सूचना05:04 - 23:52 - सुर्खियां23:53 - 1:11:40 - सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनावी बॉन्ड को असंवैधानिक करार देकर रद्द किए जाने का फैसला 1:11:41 - 1:25:18 - किसान आंदोलन, एमएसपी समेत उनकी अन्य मांगें, सरकार के साथ बैठक, पिछले आंदोलन के दौरान उन पर दर्ज एफआईआर वापस न लेना1:25:19 - 1:27:03 - सब्सक्राइबर्स के मेल1:27:04 - 1:40:16 - सलाह और सुझावपत्रकारों की राय क्या देखा, पढ़ा और सुना जाएहृदयेश जोशीएडीआर की वेबसाइटइलेक्टोरल बॉन्ड पर नितिन सेठी की रिपोर्ट सीरीजपॉल आर. ब्रास की किताब- एन इंडियन पॉलिटिकल लाइफ: चरण सिंह एंड कांग्रेस पॉलिटिक्स शार्दूल कात्यायनन्यूज़लॉन्ड्री पर जगदीप छोकर कालेखजॉन स्टीवर्ट की पॉलिटिकल कमेंट्री- द डेली शोसाहिर लुधियानवी की किताब- तल्खियां अभिनंदन सेखरीदंगल फिल्म का शीर्षक गीत जगदीप छोकरसलाह- देश के बारे में सोचेंं.अतुल चौरसियानमित अरोरा की किताब- इंडियन्स इलेक्टोरल बॉन्ड पर नितिन सेठी की रिपोर्ट सीरीजट्रांसक्रिप्शन: सत्येंद्र कुमार चौधुरी प्रोड्यूसर: आशीष आनंदएडिटिंग: प्रशांत कुमार